जयपुर. विधानसभा में शुक्रवार को गोशाला के जमीन आवंटन के लिए सत्ता पक्ष की विधायक शकुंतला रावत संकल्प लेकर आईं. इस संकल्प को विपक्ष के सभी सदस्य सर्व सम्मति से पारित करवाना चाहते थ. इस पर उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने संकल्प को पारित करवाने के लिए सभापति राजेन्द्र पारीक से मतदान करवाने की बात कही. इस पर सभापति ने चर्चा समाप्त कर अन्य विधायी कार्य करवाने लगे.
इस पर विपक्ष के सभी विधायक वैल मे आ गए और इसकों सर्वसम्मति से पारित नहीं करने पर सदन से वॉकआउट किया. इस दौरान विपक्षी विधायकों ने सदन में 'गाय माता की जय हो' जैसे नारे लगाए. इससे पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि ये ऐसा विषय है जिस पर सबकी एक ही राय है. विपक्ष के सभी सदस्य सरकार के फैसले के साथ हैं. इस संकल्प को पारीत नहीं किया गया. इससे पहले विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और भाजपा विधायक मदन दिलावर में तू-तू मैं-मैं हो गई. मलिंगा जब गायों को लेकर अपनी बात कह रहे थे, इसी बीच मदन दिलावर ने उन्हें टोक दिया. इस पर मलिंगा ने कहा कि क्या आपने ही गाय और हिन्दू धर्म को बचाने का ठेका ले रखा है.
इसे लेकर भाजपा विधायकों ने हंगामा कर दिया. उन्होंने कहा कि गौशालाएं खुलने के बाद से गायों की तस्करी बढ़ी है. गाय के चारे, पानी की व्यवस्था के बारे में मजबूती से सरकार को सोचना चाहिए. भाजपा सरकार ने पिछले 5 सालों में गाय, मन्दिर को ही मुद्दा बनाया. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा गायों की तस्करी हो रही है. इस संकल्प पर चर्चा के लिए 3.30 बजे तक का समय तय किया गया था, लेकिन 3 बजे ही खड़े होकर नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि भाजपा के सदस्य इस संकल्प को पास करवाना चाहते हैं. सरकार चर्चा को यहीं रोककर इसे पारित करवा दे. लेकिन राजेन्द्र पारीक ने चर्चा को समाप्त कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी. इसके बाद भाजपा के विधायकों ने ये कहते हुए हंगामा किया कि सरकार को इस संकल्प को पास करवाना चाहिए.