जयपुर. राजस्थान विधानसभा में एक बार फिर भाजपा विधायक मदन दिलावर के विवादित बोल की गूंज सुनाई (MLA Madan Dilawar controversial statement in Assembly) दी. बजट अभिभाषण पर बहस के दौरान बुधवार को दिलावर ने वृद्धाश्रम में फैली सरकारी अव्यवस्थाओं के लिए सत्ता पक्ष के विधायकों को बुजुर्गों का दुश्मन और भारत माता का कपूत बेटा बता दिया. जिस पर शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला सहित कांग्रेसी नेताओं ने विरोध किया.
हालांकि विरोध के बाद सदन की कार्यवाही से इस विवादित बोल को विलोपित किया जाने की बात कहते हुए सभापति राजेंद्र पारीक ने सबको शांत कराया. लेकिन मदन दिलावर के विवादित बोल जारी रहे. दिलावर ने कहा कि यह लोग भारत माता की जय नहीं बोलते. यह भारत माता के कपूत बेटे हैं. हालांकि शिक्षा मंत्री डॉ बीडी कल्ला ने इस दौरान आपत्ति जताते हुए कहा कि हम सभी लोग माता-पिता का सम्मान करने वाले लोग हैं.
दिलावर ने कहा कि सरकार में अनुदानित छात्रावास में भोजन की अलग मात्रा और सरकारी छात्रावास में भोजन की अलग मात्रा दी जा रही है. सरकार ने यह मानस बना लिया है कि अनुदानित छात्रावासों में छात्रों को कम भोजन दिया जाए. हालांकि इस दौरान आसन ने मदन दिलावर को बैठने को कहा प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि सदन में भाजपा के ओर से बोलने वाले यह पहले वक्ता हैं. इसलिए इन्हें ज्यादा समय दिया जाए.
दिलावर ने कहा कि इस सरकार ने जगह-जगह शराब की दुकान खोल दी. आज ग्रामीण इलाकों में मंदिर और स्कूलों की दीवारों के सहारे शराब की दुकानें खोली गई हैं. वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति क्षेत्रों में तो शराब की दुकानों की बाढ़ आ गई है. दिलावर ने इस दौरान प्रदेश सरकार पर पुरानी घोषणाओं के अधूरे रहने का आरोप भी लगाया और यह भी कह दिया कि जो लोक लुभावनी घोषणाएं बजट में की गई हैं, उनका हाल भी टांय-टांय फिस ही होने वाला है.
सदन में विधायकों की अनुपस्थिति पर भड़के राजेंद्र में राठौड़: बजट पर बहस के दौरान सदन में एक समय ऐसा भी आया जब अधिकतर विधायक सदन से गायब थे. उस समय कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया बोल रही थीं, तभी राठौड़ ने इसका विरोध किया. राठौड़ ने कहा सदन में सत्ता पक्ष के विधायकों का पूरा कोरम मौजूद नहीं है. कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि भाजपा के भी अधिकतर विधायक गायब हैं, तो राठौड़ ने इसका जवाब देते हुए कहा कि हमने जानबूझकर अपने विधायकों को बाहर भेजा है, ताकि कांग्रेस को सदन की स्थिति का पता चल सके. इस बीच सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा कि 'भूखे पेट भजन न होय गोपाला' ओर इशारा किया कि अधिकतर विधायक भोजन करने गए हैं.