जयपुर. कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वे स्वास्थ्य बीमा योजना से संबंध बीमा कंपनी और निजी अस्पतालों के साथ राज्य सरकार के बीच भुगतान संबंधी विवाद को जल्द समाप्त कराएं. ताकि योजना से जुड़े गंभीर बीमारियों से ग्रसित लाखों मरीजों को समय पर उपचार मिल सके.
सराफ का आरोप था कि पहले तो प्रदेश सरकार ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा को बंद कर दिया, फिर केंद्र की आयुष्मान योजना का नाम बदलकर महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा कर दिया. लेकिन इस दौरान बीमा कंपनियों ने निजी अस्पतालों की ओर से प्रस्तुत किए गए 300 करोड़ रुपए के क्लेम में से महज 40 करोड़ का ही भुगतान किया. जबकि बचा हुआ भुगतान काफी लंबे समय से बकाया चल रहा है.
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ऐसे में प्रदेश के इन निजी अस्पतालों ने योजना के तहत उपचार कराने वाले मरीजों को अपनी सेवाएं देना बंद कर दी है, जिससे हृदय, किडन और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के मरीज परेशान हो रहे हैं और उनके जीवन पर संकट खड़ा हो चुका है. भाजपा विधायक ने आग्रह किया कि मुख्यमंत्री इस मामले की गंभीरता को समझते हुए व्यक्तिगत रुचि लेकर राज्य सरकार बीमा कंपनी और निजी अस्पतालों के बीच उत्पन्न भुगतान के विवाद का समाधान करवाएं, ताकि सुचारू रूप से योजना प्रदेश में चल सके और लाखों लोगों को इसका लाभ मिल सके.