जयपुर. यूक्रेन में रूस के हमले के बाद (Russia Ukraine Crisis) विकट परिस्थितियों में वतन वापसी करने वाले लोगों से मिलने भाजपा के नेता भी उनके घर पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को जयपुर शहर भाजपा और महिला मोर्चा से जुड़े पदाधिकारी अलग-अलग क्षेत्रों में उन लोगों के घर पहुंचे जो हाल ही में यूक्रेन से जयपुर पहुंचे हैं. खास बात यह भी है कि इन लोगों से यूक्रेन से भारत लौटने का उनका अनुभव जानकर पर्चे पर भरा जा रहा है.
शुक्रवार को जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष राघव शर्मा, उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, महिला मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष जयश्री गर्ग, महापौर सोमिया गुर्जर, उपमहापौर पुनीत कर्णावत और महिला मोर्चे जयपुर शहर अध्यक्ष अनुराधा माहेश्वरी अलग-अलग टोलियों में इन परिवारों और लोगों के घर पहुंचे. यहां भाजपा नेताओं ने वतन वापसी (Rajasthani Returning from Ukraine) करने वाले इन लोगों और स्टूडेंट्स का स्वागत किया. साथ ही यूक्रेन से भारत लौटने का उनका अनुभव भी जाना.
इस दौरान क्या मुसीबतें आई और भारत सरकार के प्रयासों से उनका किस हद तक समाधान हो पाया ?. इन सब की जानकारी लेकर बकायदा एक पर्चे में उसे भरा गया. अनुभव जानने के बाद एक बात लगभग कॉमन निकली. जो स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ कर वतन लौटे हैं, उनके सामने अब सबसे बड़ी समस्या मेडिकल की अपनी पढ़ाई भारत में जारी रखना है.
क्योंकि अधिकतर छात्र अपना सामान और एजुकेशन से जुड़ी तमाम डिग्री या उन्हीं विश्वविद्यालयों में जमा करवा चुके हैं जो यूक्रेन में हैं. साथ ही जो मौजूदा परिस्थितियां बनी उसमें वह अपनी जान बचाने के लिए सब कुछ छोड़ कर (people returned from Ukraine to Jaipur) भारत लौट आए. यह लोग पोलैंड, युकोस्लाविया और हंगरी के जरिए भारत पहुंचे हैं.
इनका कहना है कि भारत सरकार के प्रयास के चलते वतन वापसी में इन्हें ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. लेकिन असली परेशानी अब सामने आ सकती है और वो है उनके बच्चों की पढ़ाई लिखाई से जुड़ी समस्या. बताया जा रहा है कि भाजपा के नेता इन परिवारों से ले रहे अनुभव को पार्टी और केंद्र सरकार तक पहुंचाएंगे. जिससे सरकार के स्तर पर जो भी मदद इन परिवार और स्टूडेंट की की जा सकती है वह हो सके.