जयपुर. जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर के चुनाव परिणाम के बाद यह तो साफ हो गया है कि किस निगम में किसका बोर्ड बनेगा, लेकिन इस शहरी सरकार के चुनाव परिणाम ने प्रदेश भाजपा से जुड़े दिग्गज राजनेताओं के सियासी परफॉर्मेंस को भी बयां कर दिया है. देखिए जयपुर शहर से आने वाले दिग्गज राजनेताओं का उनके चुनाव में क्षेत्र वाइज सियासी परफॉर्मेंस...
- डॉ. सतीश पूनिया (भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व विधायक आमेर)
जयपुर शहर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी रहते हैं और मौजूदा विधायक और दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी जयपुर नगर निगम क्षेत्र में ही निवास करते हैं. मौजूदा चुनाव परिणाम बताता है कि आमेर से भाजपा विधायक सतीश पूनिया का अपने ही क्षेत्र में इन चुनावों में 4 में से 2 वार्ड जीतने पर परफॉर्मेंस 50 फीसदी रहा. मतलब आमेर में नगर निगम हेरिटेज के 4 वार्ड आते हैं जिनमें 2 में ही बीजेपी जीत दर्ज कर पाई है.
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वहीं, जिस वार्ड 64 से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपना मत डाला वो वार्ड भी भाजपा हार गई. आमेर विधानसभा क्षेत्र में जो पूनिया का निर्वाचन क्षेत्र है वहां वार्ड नंबर 3 और 4 में ही भाजपा प्रत्याशी जीत पाए, जबकि वार्ड नंबर 1 और 2 में कांग्रेस प्रत्याशियों ने बाजी मारी.
- कालीचरण सराफ, भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री
भाजपा के दिग्गज विधायक कालीचरण सराफ मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करते हैं. यहां वार्ड नंबर 125 से 150 तक जयपुर नगर निगम ग्रेटर में आते हैं. मतलब कुल 26 वार्ड इनकी विधानसभा क्षेत्र में है, जिनमें से 16 वार्डों में भाजपा, 8 वार्डों में कांग्रेस और 2 वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की.
- नरपत सिंह राजवी, भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री
पूर्व उपराष्ट्रपति स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के दामाद और भाजपा के विद्याधर नगर क्षेत्र से मौजूदा विधायक और पूर्व में मंत्री रह चुके नरपत सिंह राजपूत के विधानसभा क्षेत्र में वार्ड संख्या 1 से 42 तक कुल 42 वार्ड आते हैं. इनमें से 27 वार्डो में भाजपा का कमल खिला है, जबकि 12 पर कांग्रेस प्रत्याशी जीते हैं. जबकि 3 सीटों पर निर्दलीयों का कब्जा रहा. मतलब नरपत सिंह राजवी के क्षेत्र में भाजपा का परफॉर्मेंस इन चुनाव में बेहतर रहा.
- डॉ. अशोक लाहोटी, भाजपा विधायक और पूर्व महापौर
जयपुर शहर के पूर्व महापौर और सांगानेर से भाजपा के मौजूदा विधायक डॉ. अशोक लाहोटी के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में वार्ड संख्या 65 से 103 तक के वार्ड आते हैं. जयपुर नगर निगम ग्रेटर में आने वाले इस क्षेत्र में भाजपा ने 39 वार्ड में से भावेश वादों में भाजपा का कमल खिलाया है. जबकि 15 वार्डों में 15 और 2 वार्डों में निर्दलीय ने बाजी मारी है. मतलब इन चुनाव में डॉ. अशोक लाहोटी के विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों का परफॉर्मेंस कांग्रेस की तुलना में बेहतर रहा.
- डॉ. अरुण चतुर्वेदी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा
बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और काबीना मंत्री रहे डॉ. अरुण चतुर्वेदी सिविल लाइन से पूर्व में विधायक भी रहे हैं. ऐसे में सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र में आने वाले 24 वार्डों के आए परिणामों पर यदि नजर डालें तो बीजेपी के 10, कांग्रेस के 13 और एक निर्दलीय प्रत्याशी ने बाजी मारी है. इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास आते हैं. ऐसे में यदि परफॉर्मेंस की बात की जाए तो यहां बीजेपी की तुलना में कांग्रेस का परफॉर्मेंस बेहतर रहा. मतलब बीजेपी का परफॉर्मेंस यहां ज्यादा ठीक नहीं माना जा सकता.
- अशोक परनामी, भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष
जयपुर नगर निगम हेरिटेज के आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल 25 वार्ड आते हैं. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी पूर्व में आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक भी रह चुके हैं. लिहाजा इस क्षेत्र में आने वाले 25 वार्डों में भाजपा के परफॉर्मेंस को देखा जाए तो यहां बीजेपी को 10 कांग्रेस को 13 और 2 वार्डों पर निर्दलीयों का कब्जा रहा है.
- राजपाल सिंह शेखावत, पूर्व UDH मंत्री
पिछली वसुंधरा राजे सरकार में यूडीएच मंत्री रहे भाजपा के राजपाल सिंह शेखावत झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रह चुके हैं. लिहाजा झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में आने वाले जयपुर नगर निगम ग्रेटर के वार्ड संख्या 43 से 64 तक के वार्डों में जो परिणाम आया है, वह बहुत कुछ इनके इन चुनाव में बहाए गए पसीनों को भी बयां करेगा.
झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में कुल 22 वार्ड आते हैं जिनमें से 14 वार्डों में भाजपा, 4 वार्डों में कांग्रेस और 4 वार्डों में निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है. झोटवाड़ा से ही सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक लालचंद कटारिया हैं. इस दृष्टि से यहां भाजपा का परफॉर्मेंस बहुत ही बेहतर रहा.
- मोहनलाल गुप्ता, पूर्व महापौर और भाजपा पूर्व विधायक
भाजपा नेता मोहन लाल गुप्ता जयपुर शहर के पूर्व महापौर रह चुके हैं. वहीं किशनपोल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक भी रहे हैं. किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में जयपुर नगर निगम हेरिटेज के कुल 21 वार्ड आते हैं, जिनमें से 8 वार्डों में भाजपा और 9 वार्डों में कांग्रेस और 4 वार्डों में निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है. मतलब किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का प्रोफाइल ना ज्यादा खराब रहा और ना बेहतर.
- सुरेंद्र पारीक, पूर्व विधायक भाजपा
जयपुर नगर निगम हेरिटेज से ही आने वाले हवा महल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के सुरेंद्र पारीक पूर्व विधायक रह चुके हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 26 वार्ड आते हैं, जिनमें से 12 वार्डों में भाजपा, 10 वार्डों में कांग्रेस और 4 वार्डों में निर्दलीयों का कब्जा रहा है. इस लिहाज से पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक द्वारा इन चुनावों में की गई मेहनत रंग लेकर आई है क्योंकि हवामहल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक और सरकार में मुख्य सचेतक महेश जोशी भी आते हैं. लेकिन विपक्ष में रहने के बावजूद सुरेंद्र पारीक ने अपने क्षेत्र के वार्डों में भाजपा को बढ़त दिलाई.
- मेघवाल, दिलावर, देवनानी, शर्मा और गोठवाल के परफॉर्मेंस भी डाल ले नजर
जयपुर नगर निगम हेरिटेज के लिए पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी को चुनाव प्रभारी बनाया गया था. साथ में पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल को चुनाव प्रभारी लगाया गया. जयपुर नगर निगम हेरिटेज में कांग्रेस की तुलना में भाजपा को कम सीटें मिली, इसलिए प्रोफाइल के लिहाज से इन नेताओं का परफॉर्मेंस बेहतर नहीं कहा जा सकता.
जयपुर नगर निगम ग्रेटर में भाजपा विधायक और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर को चुनाव प्रभारी और विधायक व प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा को सह प्रभारी लगाया गया था. नगर निगम ग्रेटर में बीजेपी अपना बोर्ड बना रही है और यहां बीजेपी ने 88 सीटों पर विजय पताका लहराया है.
इस दृष्टि से दिलावर और शर्मा द्वारा बनाया गया पसीना रंग लाया है. वहीं भाजपा ने जयपुर के दोनों नगर निगम चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को समन्वयक बनाया था ऐसे में एक नगर निगम हेरिटेज में बीजेपी का परफॉर्मेंस कमजोर है तो ग्रेटर में अच्छा रहा. इस दृष्टि से मेघवाल का इन चुनाव में कामकाज 50-50 माना जाएगा.