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जयपुर: BJP नेताओं ने अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि - leader of opposition gulabchand kataria

बीजेपी प्रदेश कार्यालय में सोमवार को वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर बीजेपी नेताओं ने अरुण जेटली के किए गए कामों को भी याद किया. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रघुवीर सिंह कौशल की भी पुण्यतिथि पर प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि दी गई.

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अरुण जेटली को पहली पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
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Published : Aug 24, 2020, 11:09 PM IST

जयपुर. अरुण जेटली की राजनीतिक इच्छाशक्ति और उनकी प्रतिभा बहुमुखी थी. आज भी अरुण जेटली उसी रूप में याद आते हैं. विद्यार्थी परिषद में उनके काम का कालखंड, फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष के नाते, उसके बाद छात्र आंदोलन की अरुण जेटली ने अगुवाई की थी.

अरुण जेटली को पहली पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अरुण जेटली का स्नेह और अपनापन कार्यकर्ताओं के प्रति हमेशा बना रहा. आखिर तक भी हम लोग उनसे विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता के नाते ही मिलते थे. उन्होंने कहा कि अरुण जेटली से कई बार मिलने का अवसर मिला. इस दौरान उनसे जयपुर और दिल्ली में विस्तार से अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा भी हुई. वहीं साल 2013 से 18 की बीजेपी सरकार कार्यकाल के बीच वे जयपुर भी आए थे. उस दौरान उनसे प्रदेश और देश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और मार्गदर्शन मिला था. इस बातचीत के दौरान अरुण जेटली को बहुत अच्छी तरह से जानने का अवसर मिला था.

यह भी पढ़ेंः सोनिया गांधी को PCC चीफ डोटासरा का पत्र, लिखा- करोड़ों कार्यकर्ताओं की आपके नेतृत्व में पूर्ण आस्था

पूनिया ने कहा कि एक विधिवेता के नाते कानूनी मामलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनसे सलाह लेते थे. अटल बिहारी वाजपेई और सुषमा स्वराज को जनता सुनती थी. उसी तरह से जनता अरुण जेटली को भी सुनना पसंद करती थी. आज राजस्थान विधानसभा के सदन में जीएसटी पर चर्चा हुई, जो उनके द्वारा देश के लिए 'वन नेशन वन टैक्स' बनाया गया था. इस बिल को लाने को लेकर कांग्रेस डरती थी, लेकिन अरुण जेटली ने देशहित की सोच पर इस बिल को लाने में कोई संकोच नहीं किया. जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए यह ऐतिहासिक फैसला किया था. उन्होंने कहा कि जेटली का जाना एक युग का अवसान जैसा था. लेकिन वे पार्टी और देश को बहुत कुछ देकर गए हैं.

यह भी पढ़ेंः धौलपुर के पूर्व विधायक बनवारीलाल प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अपने वित्त मंत्री के कार्यकाल में जीएसटी जैसा एक महत्वपूर्ण कदम उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर उठाया था. उसी का नतीजा है कि आज हिंदुस्तान विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है. जीएसटी अरुण जेटली का एक क्रांतिकारी परिवर्तन था. उन्होंने अपनी बुद्धि शक्ति का उपयोग राष्ट्रीय हित की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए किया. मैं भी उन्हीं के कदमों पर आगे बढ़ने का प्रयास करूंगा. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी अरुण जेटली किए गए कामों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी सतीश, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी व पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अरूण जेटली को श्रद्धासुमन अर्पित किए.

जयपुर. अरुण जेटली की राजनीतिक इच्छाशक्ति और उनकी प्रतिभा बहुमुखी थी. आज भी अरुण जेटली उसी रूप में याद आते हैं. विद्यार्थी परिषद में उनके काम का कालखंड, फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष के नाते, उसके बाद छात्र आंदोलन की अरुण जेटली ने अगुवाई की थी.

अरुण जेटली को पहली पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

इस मौके पर प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अरुण जेटली का स्नेह और अपनापन कार्यकर्ताओं के प्रति हमेशा बना रहा. आखिर तक भी हम लोग उनसे विद्यार्थी परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता के नाते ही मिलते थे. उन्होंने कहा कि अरुण जेटली से कई बार मिलने का अवसर मिला. इस दौरान उनसे जयपुर और दिल्ली में विस्तार से अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा भी हुई. वहीं साल 2013 से 18 की बीजेपी सरकार कार्यकाल के बीच वे जयपुर भी आए थे. उस दौरान उनसे प्रदेश और देश के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और मार्गदर्शन मिला था. इस बातचीत के दौरान अरुण जेटली को बहुत अच्छी तरह से जानने का अवसर मिला था.

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पूनिया ने कहा कि एक विधिवेता के नाते कानूनी मामलों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनसे सलाह लेते थे. अटल बिहारी वाजपेई और सुषमा स्वराज को जनता सुनती थी. उसी तरह से जनता अरुण जेटली को भी सुनना पसंद करती थी. आज राजस्थान विधानसभा के सदन में जीएसटी पर चर्चा हुई, जो उनके द्वारा देश के लिए 'वन नेशन वन टैक्स' बनाया गया था. इस बिल को लाने को लेकर कांग्रेस डरती थी, लेकिन अरुण जेटली ने देशहित की सोच पर इस बिल को लाने में कोई संकोच नहीं किया. जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए यह ऐतिहासिक फैसला किया था. उन्होंने कहा कि जेटली का जाना एक युग का अवसान जैसा था. लेकिन वे पार्टी और देश को बहुत कुछ देकर गए हैं.

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नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अपने वित्त मंत्री के कार्यकाल में जीएसटी जैसा एक महत्वपूर्ण कदम उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर उठाया था. उसी का नतीजा है कि आज हिंदुस्तान विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है. जीएसटी अरुण जेटली का एक क्रांतिकारी परिवर्तन था. उन्होंने अपनी बुद्धि शक्ति का उपयोग राष्ट्रीय हित की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए किया. मैं भी उन्हीं के कदमों पर आगे बढ़ने का प्रयास करूंगा. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी अरुण जेटली किए गए कामों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी सतीश, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी व पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अरूण जेटली को श्रद्धासुमन अर्पित किए.

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