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विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए: रामलाल शर्मा - Ramlal Sharma

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने मंगलवार को प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.

Ramlal Sharma targeted Congress,  Ramlal Sharma
रामलाल शर्मा
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Published : Dec 1, 2020, 11:10 PM IST

जयपुर. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने नदबई विधायक योगेंद्र सिंह अवाना पर लगे बाइक बोट के कथित घोटाले के आरोपों पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार यह मानकर चलती है कि हमारी पवित्र गंगा है और इस गंगा के अन्दर जो भी डुबकी लगायेगा, वो पाक-साफ हो जाएगा.

शर्मा ने कहा कि इसी नीयत के साथ उन्होंने जितने भी विधायक चाहे बसपा से हों, चाहे बीटीपी से हों, चाहे निर्दलीय हों पार्टी के अन्दर अपनी सरकार बचाने के लिए समावेश किए. उसका मुख्य आधार यही है कि उनका चरित्र चाहे जैसा भी हो, चाहे कैसे उन पर आरोप हो संगीन आरोप लगे, लेकिन मेरी सरकार बचनी चाहिए.

पढ़ें- राजस्थान की 3 विधानसभा सीटों पर मार्च तक होंगे उपचुनाव, बीजेपी-कांग्रेस दोनों के सामने होगी ये बड़ी चुनौती

रामलाल शर्मा ने कहा कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस सरकार के ही पूर्व मंत्री एवं विधायक महेन्द्र सिंह मालवीया ने कहा है कि बीटीपी के विधायकों को सरकार बचाने के लिए 10-10 करोड़ रुपए दिए थे. यह आरोप कांग्रेस के विधायक ही लगा रहे हैं. रामलाल शर्मा ने कहा कि अब नया मामला नदबई विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना का आया है, जिनका नाम 10 हजार करोड़ रुपए का जो बाइक बोट घोटाला में आया है.

रामलाल शर्मा ने कहा कि विधायक अवाना को संबंधित एजेंसियों से जांच होने तक नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. राजस्थान सरकार भी कम से कम ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें और कार्रवाई इस आधार के ऊपर करे कि जहां सरकार यह कहती है कि संवेदनशील है, पारदर्शी है और सरकार नीतियों के आधार पर चलने का काम करती है. मेरे ख्याल से सिर्फ सरकार बचाने के लिए ही आप किसी भी चरित्र को शामिल करोगे, यह उचित नहीं है.

जयपुर. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने नदबई विधायक योगेंद्र सिंह अवाना पर लगे बाइक बोट के कथित घोटाले के आरोपों पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार यह मानकर चलती है कि हमारी पवित्र गंगा है और इस गंगा के अन्दर जो भी डुबकी लगायेगा, वो पाक-साफ हो जाएगा.

शर्मा ने कहा कि इसी नीयत के साथ उन्होंने जितने भी विधायक चाहे बसपा से हों, चाहे बीटीपी से हों, चाहे निर्दलीय हों पार्टी के अन्दर अपनी सरकार बचाने के लिए समावेश किए. उसका मुख्य आधार यही है कि उनका चरित्र चाहे जैसा भी हो, चाहे कैसे उन पर आरोप हो संगीन आरोप लगे, लेकिन मेरी सरकार बचनी चाहिए.

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रामलाल शर्मा ने कहा कि कुछ दिनों पहले कांग्रेस सरकार के ही पूर्व मंत्री एवं विधायक महेन्द्र सिंह मालवीया ने कहा है कि बीटीपी के विधायकों को सरकार बचाने के लिए 10-10 करोड़ रुपए दिए थे. यह आरोप कांग्रेस के विधायक ही लगा रहे हैं. रामलाल शर्मा ने कहा कि अब नया मामला नदबई विधायक जोगेन्द्र सिंह अवाना का आया है, जिनका नाम 10 हजार करोड़ रुपए का जो बाइक बोट घोटाला में आया है.

रामलाल शर्मा ने कहा कि विधायक अवाना को संबंधित एजेंसियों से जांच होने तक नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. राजस्थान सरकार भी कम से कम ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें और कार्रवाई इस आधार के ऊपर करे कि जहां सरकार यह कहती है कि संवेदनशील है, पारदर्शी है और सरकार नीतियों के आधार पर चलने का काम करती है. मेरे ख्याल से सिर्फ सरकार बचाने के लिए ही आप किसी भी चरित्र को शामिल करोगे, यह उचित नहीं है.

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