जयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर अनोप मंडल सदस्यों की ओर से जैन धर्म के खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार की जांच करवाकर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है.
कटारिया ने अपने पत्र में लिखा कि अनोप मंडल एक जैन विरोधी संगठन है, जो राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में अशिक्षित गरीब और पिछड़ी जाति के लोगों में जैन धर्म, जैन साधु और साध्वियों के खिलाफ दुष्प्रचार का जहर घोलने का काम कर रहा है. यह लोग जैन धर्म के खिलाफ असभ्य भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं और गांव में घूमकर जैन धर्म के खिलाफ लोगों को उकसा रहे हैं.
कटारिया ने लिखा कि अनोप मंडल के इतिहास और साहित्य से पता चलता है कि यह लोग जनों की आर्थिक संपन्नता से ईर्ष्या रखते हैं. अनोप मंडल ने कई स्थानों पर जैन समाज के खिलाफ हिंसा भड़काने में मुख्य भूमिका भी निभाई है.
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कटारिया ने लिखा कि राजस्थान के पाली, सिरोही, जालोर, बाड़मेर जिलों में जैन समाज ने आर्थिक और सामाजिक सेवार्थ कार्यों से ग्रामवासियों का स्तर उठाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. जैन समाज के प्रवासियों ने अपने क्षेत्र की जनता और गांव में जितनी मदद की है इसके लिये उनके सेवा कार्यों को याद किया जायेगा. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में भी राजस्थान के प्रवासियों ने जितनी मदद की है उसको भी नहीं भुलाया जा सकता है, वो अपनी मातृ भूमि और जन्म भूमि के प्रति अगाध प्रेम रखते हैं और उसके विकास के लिये तत्पर रहते हैं.
ऐसे समाज के विरुद्ध अनोप मंडल के सदस्यों की ओर से WhatsApp, सी.डी साहित्य और सोशल मीडिया के जरिए दुष्प्रचार किया जा रहा है. इस संगठन के कुकृत्य ने जैन धर्म के लाखों अनुयायियों की धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाई है. ऐसे में आप से अनुरोध है कि इस अत्यंत गंभीर विषय की जांच करवाकर दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.