जयपुर. मुख्यमंत्री निशुल्क दवा और जांच योजना से जुड़े संविदा कर्मियों सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कई जगह कार्य बहिष्कार किया. अब भाजपा विधायक भी इनकी मांगों का समर्थन कर रहे हैं.
भाजपा विधायक और पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ में कहा है कि प्रदेश सरकार इन संविदा कर्मचारियों की मांगों की तरफ ध्यान देकर सकारात्मक रुख अपनाएं. सराफ ने कहा कि मुख्यमंत्री केवल बजट में नई नौकरियों की घोषणा ही करते हैं, जबकि उसे धरातल पर उतारने का काम प्रदेश सरकार नहीं करती. सराफ के अनुसार मुख्यमंत्री केवल घोषणा मंत्री बनकर ही रह गए हैं.
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वहीं भाजपा विधायक मदन दिलावर संविदा कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि यदि वे कार्य बहिष्कार करेंगे, तो प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हो जाएगी. इसमें प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह आज ही सदन में इस बात की घोषणा करें कि संविदा कर्मचारियों को जल्द ही स्थाई किया जाएगा.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत प्रदेश भर में लगे कंप्यूटर ऑपरेटर्स को सरकार ने हटाने की तैयारी कर ली है. जिसके बाद प्रदेश भर में मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत कार्य कर रहे हैं 4000 लोग 29 फरवरी से बेरोजगार हो जाएंगे. जिसके बाद सोमवार को इन कंप्यूटर ऑपरेटर ने 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन सीएम अशोक गहलोत को सौंपा.
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गौरतलब है कि निशुल्क दवा योजना के तहत प्रदेश भर में 4000 कंप्यूटर ऑपरेटर पिछले 8 साल से कार्य कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने इन ऑपरेटर्स को हटाने की तैयारी कर ली है. ऐसे में सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचकर इन ऑपरेटर्स ने 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सीएम अशोक गहलोत के नाम सौंपा.