जयपुर. प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. कई जिलों में फसलें तबाह हुई हैं. भाजपा जल्दी नुकसान की गिरदावरी करवाकर किसानों को राहत देने की मांग कर रही है. वहीं राज्य सरकार कह रही है कि गिरदावरी के निर्देश दिए जा चुके हैं और किसानों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा.
बता दें कि आसमान से बरसी आफत ने किसानों पर कहर बरपाया (crops damage due to hailstorm Rajasthan) है. पिछले दिनों में हुई ओलावृष्टि से कई जिलों में फसल का नुकसान हुआ है. हालांकि, नुकसान का अभी तक कोई मुकम्मल सर्वे नहीं करवाया गया है लेकिन कृषि विभाग को मिली प्रारंभिक सूचना के मुताबिक 5 से 6 जिलों में ओलावृष्टि से फसल प्रभावित हुई है. कृषि विभाग को मिली प्रारंभिक सूचना के मुताबिक नुकसान भी बड़े पैमाने पर नहीं है लेकिन भाजपा इसे लगातार मुद्दा बना रही है. पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि के बाद प्रदेश भाजपा के तकरीबन सभी बड़े नेताओं ने नुकसान की जल्द गिरदावरी करवाकर किसानों को राहत देने की मांग उठाई है.
पाला और ओलावृष्टि से खास तौर पर सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचा है लेकिन सब्जियों की फसल की गिरदावरी करवाने का ही प्रावधान नहीं है. भाजपा सब्जियों की फसल उपजाने वाले किसानों को राहत की मांग तो कर ही रही है. साथ ही यह भी आरोप लगा रही है कि किसानों पर इतना बड़ा कहर टूटने के बावजूद अभी तक गिरदावरी के निर्देश तक जारी नहीं किए गए हैं (BJP demands for Girdawari).
उधर आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री गोविंद राम मेघवाल का कहना है कि इस संबंध में स्टैंडिंग आर्डर जारी किया हुआ है. जिन भी जिलों में खराबा होता है, वहां कलेक्टर को खुद ही गिरदावरी करवाकर रिपोर्ट भिजवानी होती. अभी तक किसी भी जिले से रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. आपदा प्रबंधन राहत मंत्री के मुताबिक तो विशेष गिरदावरी की रिपोर्ट्स अभी पाले से हुए खराबे को लेकर भी नहीं मिली है. अभी तक राज्य सरकार के पास यह भी जानकारी नहीं है कि ओलावृष्टि कितने जिलों में हुई है और कितना खराबा हुआ है. मुआवजा देने की बात उसके बाद से शुरू होगी.