जयपुर. साधारण सभा की बैठक कराने, वार्डों के लिए बजट पास कराने जैसी मांगों को लेकर बीजेपी पार्षद ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पर लामबंद होते हुए परिसर में ही धरना दिया और हनुमान चालीसा और रामधुनी का पाठ किया. निगम में अपने ही बोर्ड के कामकाज से असंतुष्ट बीजेपी पार्षदों की उपमहापौर पुनीत कर्णावट मान मनोव्वल करने भी पहुंचे. लेकिन उनका प्रस्ताव भी पार्षदों ने ठुकराते हुए वापस लौटा दिया. पार्षदों ने निगम कमिश्नर पर भी पार्षदों की बात नहीं सुनने का आरोप लगाया.
जयपुर बीजेपी पार्षदों ने बताया कि 14 सूत्री मांगों को लेकर महापौर के पास आए हैं. बीते 8 दिन से बीवीजी के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. जिससे पूरा शहर सड़ रहा है. शहर में सीवर की बड़ी समस्या है. वार्ड में एक पैसे का विकास कार्य शुरू नहीं हुआ है, और अब पानी सिर से ऊपर जा रहा है. पार्षदों ने कहा कि जनता ने उन्हें चुना है, ऐसे में जनता के प्रति जवाबदेही भी उन्हीं की बनती है.
बोर्ड के गठन से लेकर अब तक केवल आश्वासन ही मिले हैं. यही बजह है कि अब जनता से जुड़े हुए मुद्दों को लेकर यहां बैठना पड़ा है. उन्होंने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि कई वार्ड ऐसे हैं जहां काम हो रहे हैं और कहीं प्रशासन ने पूरी तरह मुंह मोड़ रखा है. उन्होंने कहा कि निगम कमिश्नर पार्षदों का मान सम्मान तक नहीं करते.
पार्षदों ने इन मांगों को उठाया
निगम के पार्षदों ने नगर निगम अधिनियम के तहत साधारण सभा बुलाने, प्रत्येक वार्डों में निगम की ओर से बजट पास करवाने के लिए, वार्डों में रोड लाइट लगाने और खराब लाइटों को सही करने की मांग की है. साथ ही जिन वार्डों में फेज वायर नहीं हैं वहां फेज वायर लगाने, वार्डों में सीवर लाइन की सफाइ के लिए निर्धारित ठेकेदार की व्यवस्था संतुष्टिजनक नहीं है ऐसे में उन्हें हटाकर दूसरी व्यवस्था करने की मांग की है.
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पार्षदों ने वार्डों में सीवर लाइन के टूटे हुए ढक्कनों को ठीक कराने, टूटे फेरोकवर और नाले दुरुस्त कराने की मांग की है. साथ ही वार्डों में सफाई के लिए उचित व्यवस्था करने की मांग की है, जिन वार्डों में हाजरीगाह और पार्षद कार्यालय नहीं है उनमें तुरन्त प्रभाव से उनका निर्माण कराने की मांग की है. पार्षदों ने प्रत्येक वार्ड में सरकारी हूपर देने, प्रत्येक वार्ड में ओपन जिम लगवाने, वार्डों में अतिक्रमण और अवैध थड़ी-ठेले सहित अवैध विज्ञापन के बोर्ड हटाने, अवैध बूचरखाना, मीट की दुकानों को बंद कराने और क्षतिग्रस्त सड़क पर पेचवर्क और स्पीड ब्रेकर लगवाने की मांग की है.