जयपुर. हेरिटेज नगर निगम में गुरुवार को सफाई पर सियासत देखने को मिली. जयपुर हेरिटेज निगम कार्यालय में जहां एक ओर सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे, वहीं दूसरी ओर बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने हेरिटेज निगम में शहर की गंदगी और कचरे को लेकर नारेबाजी की. इसे लेकर सफाई कर्मचारियों ने आपत्ति भी जताई और बीजेपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक भी देखने को मिली. मुख्य सचेतक महेश जोशी जब धरने में शामिल हुए, उसी समय बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया.
जयपुर शहर में सफाई कर्मचारी अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं और यह मांगी काफी लंबे समय से लंबित भी पड़ी है. जयपुर शहर के सफाई कर्मचारियों ने गुरुवार को नगर निगम हेरिटेज में एक विशाल धरना दिया. जिसमें जयपुर शहर के सैकड़ों सफाई कर्मचारी शामिल हुए. इसमें महिला सफाई कर्मचारी भी बड़ी संख्या में मौजूद रही.
महेश जोशी के आश्वासन के बाद धरना खत्म
सफाई कर्मचारी यूनियन के संरक्षक व मुख्य सचेतक महेश जोशी (Mahesh Joshi) भी सफाई कर्मचारियों के धरने में पहुंचे. जहां उन्होंने सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया. महेश जोशी के धरने में पहुंचने के बाद सफाई कर्मचारियों की मांगों पर सहमति भी बन गई. इसके बाद उन्होंने उत्तर धरना भी समाप्त कर दिया.
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महेश जोशी ने कहा कि सहमति के बाद सफाई कर्मचारियों ने अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है और निगम प्रशासन जल्द ही आश्वासन के अनुरूप सफाई कर्मचारियों की मांगे मान लेगा. उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी अपने मूल पद पर काम नहीं कर रहे थे और एक बड़ी समस्या थी लेकिन इसके लिए निगम और डीएलबी ने आदेश निकाल दिया है. अब सफाई कर्मचारी अपने मूल पद पर ही काम करेगा. जोशी ने कहा कि इस का भी प्रावधान किया जाएगा कि निगम के सर्वश्रेष्ठ सफाई कर्मचारी को सम्मानित किया जाए. इसके लिए निगम प्रयास करेगा. जिससे अन्य कर्मचारियों को इससे प्रेरणा मिले.
निगम की समितियों को लेकर महेश जोशी ने कहा कि कई बार राजनीति में ऐसे काम आ जाते हैं, जब प्राथमिकताएं बदल जाती है. नगर निगम की समितियों का जल्द ही निर्णय लेकर घोषणा की जाएगी.
मुनेश गुर्जर ने कहा-सफाई कर्मचारियों की मांगें पूरी कर दी जाएगी
नगर निगम हेरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के पीएफ के चार करोड़ और ग्रेच्यूटी के 5 करोड़ का आदेश निकाल दिया गया है. साथ ही अन्य मांगें भी जरूर पूरी कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि जब सफाई कर्मचारी शहर की जिम्मेदारी उठा सकते हैं तो हम उनकी जिम्मेदारी क्यों नहीं उठा सकते.
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सफाई पर सियासत के दौरान जयपुर शहर की टूटी सड़कों और गंदगी को लेकर भाजपा पार्षद कुसुम यादव के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने गंदगी को लेकर जमकर नारेबाजी भी की. इस दौरान कुसुम यादव की पुलिस से नोकझोंक भी देखने को मिली. पुलिस ने उन्हें शांत कराने का प्रयास किया. पुलिस ने कहा कि सफाई कर्मचारी अनुमति लेकर अपना धरना दे रहे हैं. जबकि बीजेपी बिना अनुमति के प्रदर्शन कर रही है.
निकम्मी और नाकारा महापौर है मुनेश : भाजपा पार्षद
वार्ड 74 की भाजपा पार्षद कुसुम यादव ने कहा कहा कि भाजपा और कांग्रेस के पार्षद पिछले 3 महीने से लगातार गंदी गलियों की सफाई की मांग कर रहे हैं. गलियों की सफाई अप्रैल महीने में शुरू हो जाती है लेकिन अभी तक सफाई नहीं हुई. मानसून चल रहा है और बारिश के दौरान गलियों की गंदगी और कचरा बह कर सड़कों पर आ जाता है लेकिन निगम की महापौर को इसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं है. मुनेश गुर्जर सिविल लाइंस में रहती है. इसलिए उन्हें चारदीवारी की गंदगी का पता नहीं है. बीवीजी कंपनी से जो सफाई करवानी थी, वह महापौर ने अब तक नहीं करवाई है. मुनेश अब तक कि निकम्मी और नाकारा महापौर है.
कर्मचारियों के सामानीकरण को लेकर कुसुम यादव ने कहा कि इसका आधार या तो क्षेत्रफल या वार्ड की जनसंख्या होनी चाहिए लेकिन कर्मचारियों के मामले में महापौर कुछ पार्षदों पर ज्यादा ही मेहरबान है और वहां ज्यादा कर्मचारी लगा रखे हैं. कांग्रेस शुरुआत से ही भेदभाव कर रही है.