जयपुर. बीजेपी महिला मार्च और राज्य बाल संरक्षण आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि ढाई साल में कांग्रेस की सरकार, प्रदेश की जनता को कानून व्यवस्था देने में पूरी तरह नाकाम रही है. शर्मा ने कहा कि रोटी मांगने गई महिला के साथ गैंगरेप हो जाता है, भरतपुर में डॉक्टर दम्पती को खुले आम गोली मार कर हत्या कर दी जाती है, प्रेमी जोड़ा को सुरक्षा नहीं मिलने की वजह से पेड़ पर फंदा डाल कर खुदकुशी कर लेता है, यह घटना उस वक्त हो रही है जब कोरोना संक्रमण की वजह से लॉक डाउन लगा है, अगर लॉक डाउन नहीं हो तो इन आंकड़ों में कितना इजाफा हो सकता है यह सबके सामने है.
उन्होंने बताया कि राजस्थान एक शांत प्रदेश था और किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि राजस्थान के अंदर इस तरीके के अपराध होंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से भरतपुर में लाइव कैमरे के सामने एक दंपती को मारा गया ये इस बात का संकेत है कि राजस्थान की सरकार को अपराधी चुनौती देने का काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का जिम्मा भी है, ऐसे में जिम्मेदारी उनकी दोहरी बन जाती है. अगर आपराधिक घटना नहीं रोक पा रहे हैं तो सीट पे बैठने का भी अधिकार वो खो चुके हैं.
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सुमन शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से बीजेपी महिला मोर्चा सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन नहीं कर रहा है, लेकिन बढ़ती घटाओं पर खामोश रहना बहुत मुश्किल है, इसलिए आज कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज कराया है. अगर सरकार इस विरोध से भी कुंभकरण नींद से नहीं उठती है तो आगे उग्र आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहे.
महिला मार्च की वर्तिका सेन ने बताया की आज पुरानी बस्ती चांदपोल जयपुर में महिला मोर्चा ने राजस्थान में महिलाओं पर हो रही रेप की घटनाओं, महिला सांसद पर हमला, डॉ. दम्पती की हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया. उन्होंने बताया कि राजस्थान में आए दिन महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं, महिला सांसद पर हमला हो रहा है, डॉ दंपति की हत्या हो रही है, राज्य में अब कोई सुरक्षित नहीं है, सरकार बंगले में बैठी है, कानून का डर खत्म हो गया है और पूरे राजस्थान में जंगल राज बन गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तुरन्त इस्तीफा दे देना चाहिए.