जयपुर. प्रदेश में हाल ही में हुए जयपुर, जोधपुर और कोटा के 6 नगर निगमों के चुनाव में से भाजपा 2 निगमों में ही अपना बोर्ड और महापौर बना पाई. इसके बाद भाजपा ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार और कांग्रेस ने अपना सियासी लाभ लेने के लिए वार्डों का इस तरह पुनः सीमांकन करवाया है और इसका पूरा सियासी फायदा कांग्रेस को मिला.
भाजपा नेता ने कहा कि बीजेपी सरकार के आने पर गलत तरीके से किए गए पुनः सीमांकन को वापस दुरुस्त किया जाएगा. इसके बाद इन शहरों में 2 नहीं बल्कि 1-1 नगर निगम ही होगा. दरअसल, चुनाव से पहले जब सरकार ने इन तीनों ही शहरों में वार्डों का पुनः सीमांकन करवाकर 2-2 नगर निगम बनाए थे, तब से ही भाजपा कांग्रेस पर सियासी लाभ लेने का आरोप लगा रही है.
वहीं, अब जब नगर निगम चुनाव का परिणाम भी भाजपा के पक्ष में ज्यादा नहीं आया और 4 नगर निगमों में कांग्रेस ने अपना बोर्ड और महापौर बना लिया तो भाजपा नेताओं ने अपने बयानों में इस बात का भी जिक्र करना शुरू कर दिया. अब प्रदेश में भाजपा की सरकार जैसे ही आएगी तो एक बार फिर इन जिलों में एक ही नगर निगम होगा. साथ ही वार्डों के पुनः सीमांकन का काम भी नए सिरे से होगा.
पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी का बयान भी इसी ओर इशारा कर रहा है. चतुर्वेदी ने कहा कि जिस तरह वार्डों का सीमांकन कांग्रेस के नेताओं के घर बैठकर किया है उसमें तो सुधार किया जाएगी. साथ ही 2 निगम करने की गलती को भी दुरुस्त किया जाएगा. जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि जब भाजपा सरकार बनेगी तो इसमें बदलाव किया जाएगा. साथ ही इसके लिए प्रदेश नेतृत्व से भी आग्रह किया जाएगा.