जयपुर. राजधानी जयपुर में वीकेंड कर्फ्यू के दिन जमकर पतंगबाजी हुई. पतंगबाजी से करीब 400 पक्षी घायल हो गए और 30 पक्षियों की मौत हो गई. मकर सक्रांति पर 13 से 16 जनवरी तक करीब 1250 पक्षी घायल हो चुके हैं. 4 दिन में करीब 120 पक्षियों की मौत हो चुकी है. ज्यादातर कबूतर घायल हो रहे हैं. इसके साथ ही चील, टिटहरी, कमेडी, तोता, मोर, कौआ, उल्लू समेत अन्य पक्षी भी घायल हुए हैं.
रविवार को रक्षा संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 103 घायल पक्षी आए. इसके अलावा 12 पक्षी मृत अवस्था में आए हैं. नेचर केयर संस्थान के पक्षी उपचार केंद्र पर 34 घायल पक्षी आए हैं और 4 पक्षी मृत आए हैं. अशोक विहार पक्षी उपचार केंद्र पर 50 पक्षी घायल अवस्था में लाए गए. होप एंड बियोंड संस्था के पक्षी उपचार शिविर पर करीब 91 घायल पक्षी आए. करीब 11 पक्षी मृत आए हैं.
हेल्प एंड सर्व ऑर्गेनाइजेशन के शिविर में 72 पक्षी घायल और करीब 3 पक्षी मृत आए हैं. वर्गो सांस्कृतिक संस्था के शिविर में 11 पक्षी घायल आए. डिजास्टर असिस्टेंस एंड रेस्क्यू टीम के शिविर में करीब 17 पक्षी घायल आए. सर्व समाज सेवा समिति के शिविर में 4 पक्षी घायल आए. श्री कृष्ण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के शिविर में 7 पक्षी घायल आए. इसके अलावा अन्य संस्थानों के शिविर में भी घायल पक्षी आए.
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सभी घायल पक्षियों का पक्षी उपचार केंद्रों पर इलाज किया जा रहा है. होप एंड बियोंड संस्था और एंजेल आईज संस्था की ओर से हेल्प लाइन नंबर 8239939929 (Birds rescue helpline numbers Jaipur) जारी किया गया है. रक्षा संस्थान के रोहित गंगवाल के मुताबिक संस्था की ओर से घायल पक्षियों के लिए हेल्पलाइन नंबर 9828500065 जारी किया गया है.
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लोगों से अपील की गई है कि हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देकर ज्यादा ज्यादा पक्षियों की जान बचाने में सहयोग करें. वन विभाग की ओर से रेस्क्यू रेंजर के हेल्पलाइन नंबर 9414378130 और डॉक्टर अशोक तंवर के मोबाइल नंबर 9829022027 जारी किया गया है. नेचर केयर संस्था की ओर से पक्षी हेल्पलाइन नंबर 9352535425 जारी किया गया है.