जयपुर. केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ चल रहे संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन के दौरान आगामी 26 मार्च को संपूर्ण बंद का आह्वान किया गया है. भाजपा नेता मोर्चे के इस बंद के आह्वान का देश में ज्यादा असर पड़ने की बात से इनकार करते हैं. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की मानें तो मौजूदा किसान आंदोलन का ना तो प्रदेश में होने वाले उपचुनाव पर कोई असर पड़ने वाला है और ना ही इस आंदोलन में कोई सामान्य किसान जुड़ पा रहा है.
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गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के नाम पर जगह-जगह इस प्रकार की किसान महापंचायत पहले भी कई जगह की गई, लेकिन उसकी परिणिति क्या रही वो सबके सामने हैं. जयपुर में जो किसान महापंचायत हुई थी उसमें भी कोई कॉमन किसान नजर नहीं आ पाया. कुछ तथाकथित किसानों के बीच काम करने वाले लोग और राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोग ही वहां मौजूद रहे. कटारिया ने कहा कि मैं भी गांव-गांव घूमता हूं, लेकिन गांव में किसानों के बीच मौजूदा केंद्रीय कृषि कानून को लेकर ऐसी कोई चर्चा नहीं है कि उससे किसानों का अहित होगा.
उपचुनाव पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा
गुलाबचंद कटारिया के अनुसार प्रदेश में जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां पर भी इस किसान आंदोलन का कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमने पंचायती राज चुनाव और नगरपालिका चुनाव में परिणाम देखा है, किसानों के आंदोलन का उस पर भी कई असर नजर नहीं आया. कटारिया के अनुसार राजस्थान में श्रीगंगानगर या बांगढ़ के कुछ एक इलाके में छोटा-मोटा असर जरूर है, लेकिन आम किसान मौजूदा कृषि कानून को लेकर नाराज नहीं है.