जयपुर. 9 सितंबर से विधानसभा का सत्र (Rajasthan assembly session) शुरू हो रहा है. माना जा रहा है कि यह सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ सकता है. इसकी वजह ये है कि विपक्ष ने सत्तापक्ष को घेरने की तैयारी कर ली है. विपक्ष की रणनीति पर गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि उनके पास कोई मुद्दा ही नहीं है.
बीजेपी विधानसभा सत्र में किसान कर्ज माफी, महिला हिंसा के मामले और मंत्रीमंडल विस्तार सहित कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस को घरेने की रणनीति बना रही है. बीजेपी की इस रणनीति पर गहलोत सरकार में ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने पलटवार किया है.
कल्ला ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार ने अपने पौने तीन साल के कार्यकाल में चहुमुंखी विकास को गति दी है. फिर चाहे वह कॉलेजे खोलने की बात हो, सड़कों का जाल बिछाने की बात हो या 3000 मेगावाट बिजली पैदा करने वाली बात हो, कांग्रेस ने बहुत विकास किया है. उतना पिछले कई साल में विकास नहीं हुआ था.
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बीजेपी के पास में सरकार के खिलाफ कोई भी मुद्दा नहीं है. वह सिर्फ अपनी झेंप मिटाने के लिए इस तरह की बयान बाजी कर रही है. बीजेपी को पहले देखना चाहिए कि किस तरीके से केंद्र सरकार ने जो जनता से वादे किए थे, क्या उन्होंने पूरे किए.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 15 लाख खाते में डालने की बात थी कि वह कहां है. 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात कही थी, वह भी नहीं दे पाए. इसलिए प्रदेश बीजेपी के नेताओं को गहलोत सरकार से सवाल करने से ज्यादा जरूरी के अपनी केंद्र सरकार से सवाल करें. कल्ला ने कहा कि महिला हिंसा की बात करने वाली बीजेपी पहले उनकी बीजेपी शासित सरकार यूपी के आंकड़े उठाकर देख ले कि किस तरीके से वहां पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा की वारदात बढ़ी है, उसके बाद राजस्थान की बात करें.
बीडी कल्ला ने कहा कि यह सही है कि राजस्थान में महिला हिंसा के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की संख्या ज्यादा है क्योंकि पहले मुकदमे दर्ज नहीं होते थे. हमारी सरकार ने सत्ता में आने के साथ हर पीड़ित महिला का मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे. अगर मामलों के निस्तारण और दोषियों की कार्रवाई को देखेंगे तो राजस्थान सबसे आगे मिलेगा.