जयपुर. बाल अधिकारों के प्रति बालकों और आमजनों में जागरूकता लाने और बाल अपराध की शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से 'बाल आयोग आपके द्वार' अभियान चलाया जा रहा है. इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पोस्टर का विमोचन कर किया गया.
इस अभियान के दौरान बालकों की समस्याओं को जानने, समय पर निस्तारण करने और विभागीय अधिकारियों के समन्वय को सुनिश्चित करने के लिए आयोग की पूरी टीम प्रदेश भर में जिला और ब्लॉक स्तर पर जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित करेगी. जनसुनवाई के दौरान कोई भी व्यक्ति जिसमें बच्चे, माता-पिता, अभिभावक, संरक्षक और बाल अधिकारों के लिए काम करने वाला व्यक्ति आयोग के समक्ष बाल अपराधों के संबंध में अपनी परिवेदना प्रस्तुत कर सकता है.
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बाल सरंक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि परिवेदनाओं का त्वरित निराकरण कराया जाएगा. अभियान के दौरान आयोग की अध्यक्ष और सदस्य बाल गृह, आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, चिकित्सालय और पुलिस थानों का निरीक्षण करेंगे. साथ ही बालक-बालिकाओं से वार्ता कर उनके विचार जानेंगे और बाल अधिकारों की जानकारी देंगे. बाल अधिकारों के प्रति जागरुकता लाने और सुरक्षित एवं असुरक्षित स्पर्श (सेफ टच एवं अनसेफ टच) के संबंध में जानकारी प्रदान करने हेतु बाल-फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा.
सुमेरपुर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण
राज्य सरकार की ओर से कक्षा 6वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं. कोविड-19 से बचाव के लिए राज्य सरकार, शिक्षा विभाग और बाल आयोग की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है. एडवाइजरी की पालना को लेकर राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने पाली जिले के सुमेरपुर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया.
विद्यालय में कोविड-19 के दौरान संचालित की जा रही कक्षाओं का अवलोकन किया. आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि विद्यालय के निरीक्षण के दौरान कोविड-19 से बचाव के सभी प्रकार की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई. विद्यालय में करीब 1100 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. विद्यार्थी और शिक्षकों की ओर से फेस मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि की पूर्ण पालना की जा रही थी.
निरीक्षण के दौरान आयोग की अध्यक्ष ने उपस्थित छात्र-छात्राओं से चर्चा की और कोविड-19 के दौरान विद्यालय संचालन के संबंध में उनके विचार जानें. सभी विद्यार्थियों ने विद्यालय की ओर से पूर्ण सहयोग प्रदान करने की संतुष्टि जताई और शिक्षकों का व्यवहार भी संतोषजनक बताया.