जयपुर. विश्वविख्यात सन्त बाबा जयगुरुदेव महाराज की अष्टम पुण्यतिथि पर्व बुधवार को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को मनाया जाएगा. इसी दिन बाबा जयगुरुदेव ने 116 साल की उम्र में देहत्यागा था. जयगुरुदेव ने करोड़ों लोगों को शराब और मांस छुड़ाकर शाकाहारी सदाचारी बनाया था. अब उनके आध्यात्मिक उत्तराधिकारी संत पूज्य बाबा उमाकांत महाराज भी उनके इस मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं.
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वहीं, कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन में भंडारा पर्व बुधवार को घर-घर में मनाया जाएगा. वहीं, संत उमाकांत महाराज ने सभी से अपील की है कि सरकारी नियमों का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही रहकर गुरु महाराज का पूजन करें. ऐसे समय में लोगों को बहुत ही सावधानी और संयम रखने की जरूरत है. जो भी नियम कानून चाहे सरकार का हो, चाहे प्रकृति का हो, काल भगवान का हो उसका पालन करना जरूरी है.
बाबा जयगुरुदेव संगत राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष वेद रामकरण शर्मा ने बताया कि वैसे तो भंडारे का महापर्व प्रतिवर्ष बाबा जयगुरुदेव आश्रम पूज्य संत महाराज जी के सानिध्य में मनाया जाता है. जिसमें लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं, लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण राजस्थान और जयपुर जिला की संगत महाराज जी के आदेश अनुसार सरकारी नियम के अंतर्गत अपने घरों में भंडारा पर मनाएगी. इस मौके पर सभी सत्संगी भाई बहन सुबह 8 बजे गुरु का पूजन करेंगे और जय गुरुदेव नाम की ध्वनि से घरों को गुंजायमान करेंगे.
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वहीं, भंडारा पर्व के मौके पर सभी के घरों में बना हुआ भोजन प्रसाद अपने आस-पास के जरूरतमंद लोगों को खिलाया जाएगा और गायों को चारा भी खिलाया जाएगा. संकट की घड़ी में हर कोई अपने तीज-त्यौहार पर जरूरतमंदों की मदद कर रहा है. ऐसे में इस महापर्व के अलावा भी पिछले 55 दिनों से महाराज जी के आदेश के अनुसार असहाय उदर पूर्ति अभियान जारी है.