जयपुर. प्रदेश को खुले में शौच मुक्त करार देने के बावजूद ODF की हकीकत ETV भारत ने बेपर्दा की थी, अब खबर का असर देखने को मिला है. स्वायत्त शासन विभाग ने जयपुर में ओडीएफ की निरंतरता को बनाए रखने और मॉनिटरिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश जारी कर दिए हैं. बता दें कि ETV भारत ने वर्ल्ड टॉयलेट डे पर जयपुर के ODF की सच्चाई पर एक ग्राउंड रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसमें लोग विधानसभा के पास कठपुतली ग्राउंड के अलावा जयपुर में कई स्थानों पर खुले में शौच जाते हुए कैमरे में कैद हुए थे.अब स्वायत्त शासन विभाग ने ODF व्यवस्था की मॉनीटरिंग के आदेश दिए हैं.
अब प्रोटोकॉल की पालना के निर्देश
हालांकि स्वायत्त शासन विभाग ने स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की समीक्षा के दौरान खुले में शौच से मुक्त शहर के क्रम में प्रोटोकॉल की पालना करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एक अति आवश्यक आदेश जारी करते हुए कच्ची बस्तियों के आसपास व्यवस्था को और अधिक माकूल बनाने, ओडीएफ पॉइंट को चिह्नित करते हुए वहां शौचालय व्यवस्था और नियमित पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. वहीं राजधानी जयपुर को मॉडल शहर के रूप में कठपुतली नगर कच्ची बस्ती, जयपुर रेलवे स्टेशन के आसपास के एरिया और अन्य कच्ची बस्तियों में सघन मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि भारत सरकार द्वारा मार्च 2021 तक प्रत्येक शहर को ओडीएफ प्लस और 3 स्टार रेटिंग प्रमाणित करवाए जाने का लक्ष्य दिया है. ऐसे में अब स्वायत्त शासन विभाग ने प्रदेश के सभी शहरों को ओडीएफ प्लस और 3 स्टार रेटिंग के लिए स्वयं के स्तर से प्रोटोकॉल के अनुसार घोषित कर भारत सरकार को आवेदन प्रस्तुत करने और थर्ड पार्टी द्वारा शहर को प्रमाणीकरण किया जा सके, इस योग्य बनाने के लिए निर्देशित किया है.
उल्लेखनीय है कि पूरे प्रदेश को ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त करार दिया गया है. उस पर तुर्रा ये कि राजधानी जयपुर समेत उदयपुर, अजमेर, डूंगरपुर, जोधपुर की ओडीएफ प्लस रैंकिंग है. लेकिन प्रदेश की विधानसभा से महज 400 मीटर की दूरी पर कठपुतली नगर के लोग बेधड़क खुले में शौच जाते हुए ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हुए थे, यह ग्राउंड नगर निगम से भी महज 900 मीटर की दूरी पर है.
ये हालात तब दिखे जबकि प्रदेश के 25 नगरीय निकाय को ओडीएफ प्लस रैंक मिली है. इसके साथ ही राज्य सरकार का हर गांव हर शहर में पर्याप्त शौचालय बनाने का दावा करती है, लेकिन ये दावा राजधानी जयपुर में ही फेल साबित होता दिखाई दिया. ओडीएफ प्लस रैंकिंग की हकीकत शहर के ओपन डिफेकेशन स्पोट का जायजा लेने पर बेपर्दा हुई.
हवामहल जोन में आमेर क्षेत्र के सागर के नजदीक, नाहरगढ़ की पहाड़ियां, गैटोर की छतरियों के पास, विद्याधर नगर जोन में द्रव्यवती नदी के निकट भी लोग खुले में शौच जाते नजर आए थे.