जयपुर. राजस्थान में उपचुनाव की बिसात बिछ चुकी है. भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब 30 मार्च को नामांकन के अंतिम दिन भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल करेंगे.
कांग्रेस प्रत्याशियों की नामांकन के बाद होने वाली पहली रैली में राजस्थान कांग्रेस के सभी बड़े चेहरे एक जाजम पर दिखाई देंगे और एक बार फिर राजस्थान के चारों प्रमुख नेताओं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी अजय माकन एक ही हेलीकॉप्टर में बैठे हुए दिखाई देंगे. चारों नेता एक साथ ही तीनों विधानसभा सीटों पर होने वाली नामांकन के बाद पहली रैली में सम्मिलित होंगे.
चारों नेता मंगलवार 30 मार्च को सुबह 11:00 बजे पहले सुजानगढ़ विधानसभा में पहुंचेंगे, जहां वो कांग्रेस प्रत्याशी मनोज मेघवाल की नामांकन रैली में शामिल होंगे. इसके बाद चारों नेता हेलीकॉप्टर से ही 1:00 बजे सहाड़ा विधानसभा पहुंचेंगे जहां वह कांग्रेस प्रत्याशी गायत्री त्रिवेदी की नामांकन रैली में भाग लेंगे. इसके ठीक बाद शाम 3:00 बजे चारों नेता राजसमंद पहुंचेंगे. जहां वह कांग्रेस प्रत्याशी तनसुख बोहरा की नामांकन रैली में भाग लेंगे.
उपचुनाव में नामांकन दाखिल करते समय चारों नेता एक साथ अपनी मौजूदगी दिखाकर यह बताना चाहते हैं कि कांग्रेस में एकजुटता है और वह एक होकर इन चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताएंगे.
पायलट के कार्यक्रम में किया गया बदलाव...
आपको बता दें कि सचिन पायलट का पहले 28, 30 और 31 मार्च का आसम दौरा तय था. वे असम में स्टार प्रचारक बनाए गए हैं. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी से सचिन पायलट को राजस्थान में नामांकन रैली में शामिल होने के लिए उनके कार्यक्रमों में बदलाव की मांग की थी. जिसके बाद उन्हें असम दौरे से वापस बुला लिया गया है.
राहुल गांधी के दौरे पर दिखे थे एकजुट...
इससे पहले राहुल गांधी के 12 फरवरी में हुए राजस्थान दौरे में भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत एक ही मंच पर दिखाई दिए थे. तब राहुल गांधी ने तीन जगहों पर किसान महापंचायतों को संबोधित किया था. तब कांग्रेस में एकजुटता दिखाने के लिए अशोक गहलोत, अजय माकन, गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट की हेलीकॉप्टर में एक साथ बैठे की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर साझा की गई थी. अब यह दूसरा मौका होगा.