जयपुर. रीट पेपर लीक मामले को लेकर चौतरफा घिरी गहलोत सरकार अब भविष्य में होने वाली भर्ती प्रक्रिया को लेकर भी सख्त हो गई है. सरकार ने कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती परीक्षा में फर्जी प्रमाणपत्र डिग्री या डिप्लोमा बनाने वाले अभ्यर्थियों और संस्थानों पर कठोर कार्रवाई करने का निर्णय (Ashok Gehlot on Computer Instructor Recruitment) लिया है. फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले अभ्यर्थी को भविष्य में किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती में यदि किसी अभ्यर्थी का फर्जी प्रमाण पत्र, डिग्री या डिप्लोमा पाया जाता है, तो ऐसे अभ्यर्थियों और इन्हें जारी करने वाले संस्थानों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, ऐसे अभ्यर्थी को आगे की प्रतियोगी परीक्षाओं से डिबार किया जाएगा. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार भर्तियों में पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है.
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गहलो ने कहा कि प्रदेश सरकार बजट सत्र में पेपर लीक, नकल एवं परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कठोर कानून वाला बिल लेकर आ रही है. युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. बता दें की भर्ती प्रक्रिया में पेपर लीक मामले को लेकर विधानसभा में लगातार दूसरे दिन भी हंगामा बरकरार है. विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी है. 2 दिन से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई है.