जयपुर. सीएम अशोक गहलोत ने हल्के फुल्के अंदाज में अपनी बात (ashok Gehlot in PCC) रखी. घोघरा की तारीफ की और चिंतन शिविर में लिए गए संकल्प (CM On Ghogra Resignation) को दोहराया. उन्होंने कहा- गणेश घोघरा नौजवान साथी हैं. वे भावुक आदमी हैं और संघर्ष करते रहते हैं. अपनी जनता के लिए उनकी तारीफ करनी चाहिए जो जनप्रतिनिधि जनता के बीच जाएगा जैसा राहुल गांधी ने कहा था कि जनता से कनेक्शन जोड़ो. गणेश घोघरा ने अगर कोई कदम उठाए हैं जिसमें वह जनसुनवाई करने के लिए गए और सभी विधायकों को जाना भी चाहिए क्योंकि हमारा असली काम राजनीति में यही होता है कि जब मौका मिले जनता से मिले जनसुनवाई करें और समस्याओं को हल करें.
किया बचाव: गहलोत ने घोघरा का बचाव भी किया और एसडीएम समेत तमाम अधिकारियों की कैद को अति उत्साह का नाम दिया. सीएम बोले- वहां घटना दूसरी हो गई. अति उत्साह में एसडीएम को किसी ने बंद कर दिया. राजस्थान में कानून का राज है और यहां कानून का राज रहना चाहिए इसीलिए एफ आई आर दर्ज हो गई. दंगों को लेकर एक बार फिर अपनी पीठ थपथपाई और कहा- मैं बार-बार कहता हूं कि जब दंगे की खबरें आई तनाव हुआ था हिंदू मुस्लिम के अंदर चाहें कोई जाति का हो कोई धर्म का हो कोई वर्ग का हो या किसी भी राजनीतिक पार्टी का हो मैंने खुले तौर पर कहा कि कोई भी किसी भी राजनीतिक पार्टी का होगा अगर वह दंगे करवाएगा तो उसके खिलाफ कानून कार्रवाई करेगा.
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भावुक घोघरा को मना लेंगे: सीएम ने घोघरा को समझाने बुझाने का दावा किया. कहा- गणेश घोघरा को FIR दर्ज होने के कारण फील हुआ होगा उनके कार्यकर्ताओं पर भी FIR हुई होगी. इसी कारण उन्होंने इस्तीफा देने की बात कही होगी. उनकी समझाइश करेंगे. वह नौजवान साथी हैं. अच्छे व्यक्ति हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि नॉर्मल स्थिति बन जाएगी. आपके मुख्यमंत्री गांधीवादी नेता हैं. आप समझ जाओ कि अगर गांधीवादी नेता हैं हमारा मुख्यमंत्री तो एसडीएम को बंद करने वाला काम तो गांधीवादी है नहीं. अति उत्साह में कोई कार्रवाई कार्यकर्ताओं ने कर ली होगी. मैंने जानकारी प्राप्त की है उनसे जानकारी प्राप्त करेंगे और शिकायतें दूर करने का प्रयास करेंगे.