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धुलंडी पर शाम 4 से 10 बजे तक की अनुमति बहु संख्यक समाज की भावनाओं से मजाक है: अरुण चतुर्वेदी - Rajasthan Hindi News

होली और धुलंडी पर सार्वजनिक कार्यक्रमों को शाम 4 बजे से समय तय करने पर बीजेपी ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया है. BJP के वरिष्ठ नेता अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसा कर प्रदेश के बहुसंख्यक समाज के साथ मजाक किया गया है.

Arun Chaturvedi, जयपुर न्यूज
अरुण चुतर्वेंदी ने धुलंडी को लेकर लगाया आरोप
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Published : Mar 29, 2021, 9:50 AM IST

जयपुर. कोविड-19 के बढ़ते आंकड़ों के बीच गहलोत सरकार ने 28 और 29 मार्च को सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए शाम 4 से रात 10 बजे तक का समय तय किया है. जिस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने एतराज जताया है. चतुर्वेदी ने कहा है कि धुलंडी पर सुबह 8 बजे से 1 बजे तक लोग होली खेलते हैं. ऐसे में शाम 4 बजे बाद अनुमति देना प्रदेश के बहुसंख्यक समाज के साथ मजाक है.

चतुर्वेदी ने एक बयान जारी कर यह भी कहा कि इस आदेश से राज्य सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति भी स्पष्ट रूप से सामने आ गई है. चतुर्वेदी के अनुसार अच्छा तो यह होता है कि राज्य सरकार कोरोना वायरस की पालना के निर्देश के साथ होली खेलने की अनुमति देती लेकिन ऐसा नहीं कर के समय की पाबंदियों में बहुसंख्यक समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है.

यह भी पढ़ें. Holi Special: यहां होली पर होती है मृत आत्माओं की पूजा, 12 दिन बाद खेलते हैं धुलंडी... जानें 100 साल पुरानी परंपरा

गौरतलब है कि पहले में सरकार ने 28 और 29 यानी होली, धुलंडी और शब-ए-बारात को सार्वजनिक स्थानों पर आयोजन पर रोक लगा दी थी लेकिन बाद में संशोधित आदेश निकाल कर शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक आयोजन करने की छूट दे दी थी. उसमें भी 50 लोग अधिकतम जुटाने की अनुमति थी. 28 मार्च को होलिका दहन का समय शाम का था. लिहाजा, इस पर किसी ने आपत्ति नहीं की लेकिन धूलंडी पर होली खेलने का समय ही अमूमन दिन में होता है. जिसके चलते भाजपा के नेता प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रहे हैं.

जयपुर. कोविड-19 के बढ़ते आंकड़ों के बीच गहलोत सरकार ने 28 और 29 मार्च को सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए शाम 4 से रात 10 बजे तक का समय तय किया है. जिस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने एतराज जताया है. चतुर्वेदी ने कहा है कि धुलंडी पर सुबह 8 बजे से 1 बजे तक लोग होली खेलते हैं. ऐसे में शाम 4 बजे बाद अनुमति देना प्रदेश के बहुसंख्यक समाज के साथ मजाक है.

चतुर्वेदी ने एक बयान जारी कर यह भी कहा कि इस आदेश से राज्य सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति भी स्पष्ट रूप से सामने आ गई है. चतुर्वेदी के अनुसार अच्छा तो यह होता है कि राज्य सरकार कोरोना वायरस की पालना के निर्देश के साथ होली खेलने की अनुमति देती लेकिन ऐसा नहीं कर के समय की पाबंदियों में बहुसंख्यक समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है.

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गौरतलब है कि पहले में सरकार ने 28 और 29 यानी होली, धुलंडी और शब-ए-बारात को सार्वजनिक स्थानों पर आयोजन पर रोक लगा दी थी लेकिन बाद में संशोधित आदेश निकाल कर शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक आयोजन करने की छूट दे दी थी. उसमें भी 50 लोग अधिकतम जुटाने की अनुमति थी. 28 मार्च को होलिका दहन का समय शाम का था. लिहाजा, इस पर किसी ने आपत्ति नहीं की लेकिन धूलंडी पर होली खेलने का समय ही अमूमन दिन में होता है. जिसके चलते भाजपा के नेता प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रहे हैं.

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