जयपुर. पीएचईडी विभाग में मुख्य अभियंता प्रशासन का पद महीनों से खाली चल रहा था लेकिन, सरकारी तंत्र ने अपनी लेटलतीफी दिखाते हुए महेश चंद्र गुप्ता को इस पद पर पदोन्नति के साथ नियुक्त किया. लेकिन, महेश चंद गुप्ता का 31 दिसंबर को ही रिटायरमेंट भी था, इससे पहले महेश चंद्र गुप्ता अतिरिक्त मुख्य अभियंता परियोजना अजमेर में कार्यरत थे.
महेश चंद्र गुप्ता की डीपीसी भी अप्रैल में हो चुकी थी. उसके बावजूद भी उन्हें मुख्य अभियंता के पद पर नियुक्ति नहीं दी गयी. जब उन्हें नियुक्ति दी गई तो उनके रिटायरमेंट के अंतिम दिन ही मुख्य अभियंता के पद पर नियुक्ति का आदेश निकाले गए, जिससे वे कुछ घंटे ही अपने पद पर रहे. सूत्रों के अनुसार 31 दिसंबर शाम को ही महेश चंद्र गुप्ता के नियुक्ति आदेश जारी किए गए थे. महेश चंद्र गुप्ता देर शाम को जल भवन पहुंचे और कार्यभार ग्रहण किया.
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विभागीय महेश चंद्र गुप्ता के मुख्य अभियंता प्रशासन का पद संभालने और उसके तुरंत बाद में रिटायर होने की चर्चा जोरों पर चली. बताया जा रहा है कि प्रदेश में इस तरह का यह पहला मामला है जब चीफ इंजीनयर ने कुछ घंटों के लिए ही कार्यभार ग्रहण किया और फिर रिटायर हो गए.
राजस्थान सरकार ने अन्य अधिकारियों की नियुक्ति के भी आदेश जारी किया. आदेश के तहत राकेश कुमार लुहाड़िया को मुख्य अभियंता पीएमसी नागौर के पद पर लगाया गया हैं. यह पद काफी समय से रिक्त पड़ा था. वहीं महेश चंद गुप्ता को मुख्य अभियंता प्रशासन जयपुर के पद पर लगाया गया. सुधीर कुमार मिश्रा को मुख्य अभियंता आरयूआईडीपी जयपुर के पद पर पदोन्नति के साथ लगाया गया. रामकरण मीणा को मुख्य अभियंता आरयूआईडीपी जयपुर को मुख्य अभियंता ग्रामीण जयपुर के पद पर लगाया गया है.
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चंद्र मोहन चौहान को मुख्य अभियंता ग्रामीण जयपुर से स्थानांतरित कर मुख्य अभियंता विशेष परियोजना जयपुर के पद पर लगाया गया है. यह पद काफी समय से रिक्त चल रहा था. चंद्र मोहन चौहान अपने मुख्य अभियंता के पद के साथ-साथ मुख्य अभियंता शहरी एवं एनआरडब्ल्यू जयपुर का भी अतिरिक्त कार्य देखेंगे.