जयपुर. नियमितीकरण और मानदेय बढ़ाने सहित 9 सूत्रीय मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रही प्रदेश की महिला आंगनबाड़ी कार्मिक बुधवार को विधानसभा का सत्र शुरू होने के साथ ही राजधानी जयपुर पहुंची. यहां 22 गोदाम पुलिया के पास इन महिला आंगनबाड़ी कार्मिकों ने धरना देकर प्रदर्शन (Anganwadi workers protest in Jaipur) किया. महिला कार्मिकों का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर शाम तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो गुरुवार से वे अनशन पर बैठेंगी.
दरअसल, नियमितीकरण, न्यूनतम मानदेय और सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त राशि का भुगतान सहित 9 मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्मिक लंबे समय से आंदोलन कर रही हैं. अब उन्होंने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है.
राजस्थान आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष शाहिदा खान का कहना है कि प्रदेश की हजारों आंगनबाड़ी महिलाकर्मी लंबे समय से नियमितीकरण की राह देख रही हैं. जब तक सरकार उन्हें नियमित नहीं करती है. तब तक उन्हें सम्मानजनक मानदेय दिया जाए. ताकि वह अपने परिवार का पालन पोषण ठीक से कर सके.
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साथ ही अन्य राज्यों की तरह सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त तीन लाख रुपए की राशि का भुगतान और किसी आंगनबाड़ी कर्मी की मौत होने पर उसके एक परिजन को नौकरी सहित 9 सूत्रीय मांगों को लेकर वे लंबे समय से आंदोलन कर रही हैं. इन्हीं मांगों को लेकर वे विधानसभा कूच करने जयपुर पहुंची. यहां 22 गोदाम पुलिया के पास महिला कार्मिक धरने पर बैठी और नारेबाजी कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. शाहिदा खान का कहना है कि उनकी अधिकारियों से कई बार बातचीत हुई है. मंत्री ममता भूपेश से भी उन्होंने गुहार लगाई है. लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में आंगनबाड़ी कार्मिकों को नियमित करने का वादा किया था. लेकिन उन्हें आज भी नाममात्र के मानदेय पर काम करना पड़ रहा है. सरकार की हर योजना को आमजन तक पहुंचाने में आंगनबाड़ी कार्मिकों की अहम भूमिका होती है. उनका कहना है कि यदि शाम तक उन्हें ठोस आश्वासन नहीं मिलता है तो गुरुवार से वे अनशन पर बैठेंगी.