जयपुर. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक देसी पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. आरोपी को गिरफ्तार करने में डीएसटी टीम के कांस्टेबल प्रवीण कुमार की अहम भूमिका रही है. आरोपी के खिलाफ पहले से ही कई मामले दर्ज हैं, कई दिनों से आरोपी फरार चल रहा था.
डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा के मुताबिक हथियारों की नोक पर रंगदारी की बढ़ती वारदातों की रोकथाम के लिए एडीसीपी वेस्ट बजरंग सिंह और एसीपी वैशाली नगर रायसिंह बेनीवाल के निर्देशन में करणी विहार थाना अधिकारी पन्नालाल जांगिड़ और डीएसटी टीम प्रभारी पुलिस इंस्पेक्टर देवेंद्र जाखड़ के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीम ने हथियारों की नोक पर रंगधारी करने वालो की सूचनाएं एकत्रित की, जिसके बाद डीएसटी टीम के कांस्टेबल प्रवीण कुमार को सूचना मिली कि आरोपी सोमेंद्र सिंह भांकरोटा चौराहे से जयसिंहपुरा रोड पर हथियारों के साथ घूम रहा है.
सूचना पर पुलिस की स्पेशल टीम मौके पर पहुंची. पुलिस को देखकर आरोपी ने भागने का प्रयास किया. कांस्टेबल प्रवीण ने आरोपी को पकड़ने की कोशिश की तो आरोपी ने कांस्टेबल पर पिस्टल तान दी. लेकिन हेड कांस्टेबल हरिराम की मदद से आरोपी को बड़ी मुश्किल से काबू किया गया और थाने की अतिरिक्त टीम मौके पर बुलाकर आरोपी सोमेंद्र सिंह को पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया. आरोपी बड़ी वारदात करने की फिराक में घूम रहा था. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.
यह भी पढ़ें: भरतपुरः जमीनी विवाद में दो पक्षों में चली गोलियां...पांच लोग घायल
पुलिस के मुताबिक आरोपी सोमेंद्र सिंह ने अपने साथी के साथ 23 सितंबर 2020 को पीड़ित कन्हैयालाल कूलवाल की शॉप खंडेलवाल ट्रेडर्स सिरसी रोड पर भय पैदा कर रंगदारी मांगने के लिए देसी कट्टे से फायर किया था, जिससे व्यापारी बाल-बाल बच गया. घटना के बाद शाम को आरोपी सोमेंद्र ने पीड़ित कन्हैयालाल को धमकी दी कि मैं आनंदपाल का रिश्तेदार बोल रहा हूं. 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और नहीं देने पर परिणाम भुगतने की धमकी दी.
यह भी पढ़ें: बाड़मेर: डंपर से लटका मिला युवक का शव, परिजनों ने दर्ज करवाया हत्या का मामला
इससे पहले भी आरोपी ने अपने साथियों के साथ पीड़ित पर लाठी-डंडे से हमला किया था, जिस पर चित्रकूट थाने में मामला दर्ज करवाया गया था. घटना के बाद सीएसटी टीम, डीएसटी टीम पश्चिम और वैशाली नगर की स्पेशल टीम आरोपी सोमेंद्र के लगातार तलाश कर रही थी. आरोपी शातिर प्रवृत्ति का बदमाश है, जो अपनी उपस्थिति और पहचान छुपाने में माहिर है. अलग-अलग सिम का प्रयोग करता है. आरोपी 10 मिनट से ज्यादा एक जगह पर नहीं रुकता है. रात को भी अपना ठिकाना बदलता रहता है, जिसके बाद आखिरकार पुलिस की स्पेशल टीम ने कांस्टेबल प्रवीण कुमार की मदद से आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
पुलिस के मुताबिक गैंग के सदस्य रेकी कर दुकानदारों और बिजनेसमैन लोगों को टारगेट करते. पहले उन्हें हथियार दिखाकर हवाई फायर कर अपने आप को आनंदपाल की बुआ का लड़का बता कर धमकी देकर रुपए मांगते थे, और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देते थे. फिलहाल, करणी विहार थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.