जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में सियासी पारा अपने चरम पर पहुंच गया है. पिछले कई दिनों से पायलट कैंप और बसपा से कांग्रेस में आए विधायक एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे. इसी बीच राजस्थान के सभी 13 निर्दलीय विधायकों ने बुधवार शाम 5 बजे बैठक बुलाई है. प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक हालातों को देखते हुए यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. बैठक से पहले गंगापुर से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. रामकेश मीणा ने सचिन पायलट पर कई गंभीर आरोप लगाए.
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सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री बनने के लिए षड्यंत्र रचा
विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के लिए सचिन पायलट ने प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए षड्यंत्र रच कर अपनी ही सरकार को गिराने का प्रयास किया. मीणा ने कहा कि सचिन पायलट ने गहलोत सरकार के खिलाफ विद्रोह करने के लिए समर्थक विधायकों को बहका कर दिल्ली ले गए थे. अगर उस समय निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायक सरकार के साथ खड़े नहीं होते तो कांग्रेस की सरकार ही नहीं बचती. आज जो सचिन पायलट और उनके साथी मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों की बात कर रहे हैं जब सरकार ही नहीं रहती तो वह कौनसी नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार की बातें करते.
निर्दलियों को मंत्रिमंडल विस्तार में मिले स्थान
रामकेश मीणा ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार होना चाहिए और इस विस्तार में निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों को भी स्थान मिलना चाहिए. मंत्रिमंडल के पुनर्गठन और विस्तार का काम पूरी तरीके से मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. लेकिन सचिन पायलट जो लगातार यह कह रहे हैं कि हमारे वादे पूरे नहीं हो रहे हैं तो फिर वह उन वादों को जनता या मुख्यमंत्री के सामने क्यों नहीं रखते जो कांग्रेस आलाकमान ने उनसे किए थे.
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सचिन पायलट जातिवादी राजनीति करते हैं
राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियां रोज हो रही हैं लेकिन सचिन पायलट किन नियुक्तियों की बात कर रहे हैं यह उनकी समझ से परे है. रामकेश मीणा ने सचिन पायलट पर षड्यंत्र करने के आरोप लगाते हुए कहा कि सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. इसलिए पहले भी उन्होंने षड्यंत्र रचा. उन्होंने सचिन पायलट को जातिवादी राजनीति करने वाला बताया और कहा कि ऐसे व्यक्ति के मुख्यमंत्री बनने का हम विरोध करते हैं. राजस्थान की जनता भी ऐसे उद्दंड को बिल्कुल पसंद नहीं करेगी.
पायलट ने कांग्रेस को कमजोर करने का काम किया
रामकेश मीणा को 2018 के विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं मिला था. इससे भी वो सचिन पायलट से खफा हैं. मीणा ने कहा कि जितने भी विधायक निर्दलीय जीते हैं, उनमें से ज्यादातर कांग्रेसी मानसिकता के हैं. उनके टिकट भी सचिन पायलट ने काटकर कांग्रेस को कमजोर किया था. निर्दलीय विधायकों और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों पर पायलट कैंप की तरफ से आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने कांग्रेस से बगावत करके चुनाव लड़ा था. इस सवाल पर रामकेश मीणा ने कहा कि सचिन पायलट कहते हैं कि निष्ठावान कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलना चाहिए. लेकिन हम जैसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं का टिकट काटने का काम सचिन पायलट ने ही किया, उन्होंने हम सभी के टिकट काटकर हम को मुख्यधारा से अलग किया. लेकिन जब हम चुनाव में जीत कर आए और कांग्रेस की सरकार बनी तो हमने सरकार का साथ दिया.
गहलोत के साथ थे, हैं और रहेंगे
रामकेश मीणा ने साफ कहा कि वह पहले भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ थे हैं और आगे भी रहेंगे. उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायक पहले भी अशोक गहलोत के समर्थन में थे. लेकिन अब जिस तरीके से निर्दलीय विधायकों को और बसपा से आए हुए विधायकों को टारगेट किया जा रहा है, वह भी ऐसे लोगों द्वारा जो खुद की पार्टी के सगे नहीं हो कर सरकार गिराने और सत्ता में भागीदारी के लिए दिल्ली तक विद्रोह करके चले गए.