जयपुर. अलवर के राजगढ़ में मंदिर तोड़ने की घटना को लेकर (Politics on Alwar Temple Demolition Case) सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. अब विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले में प्रदेश की गहलोत सरकार पर जुबानी हमला बोला है. विहिप पदाधिकारियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री गहलोत और उनके मंत्रियों में हिंदू विरोधी होने की होड़ मची हुई है और यह देश को गुमराह करने का काम कर रहे हैं.
शुक्रवार को जयपुर के पिंक सिटी प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए (Subhadra Papriwal Big Statement) परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुभद्र पापड़ीवाल ने कहा कि अलवर के राजगढ़ नगर पालिका की बैठक के मिनट और दस्तावेज से स्पष्ट होता है कि पालिका ने मंदिरों को ध्वस्त करने का कोई निर्णय नहीं लिया था. लेकिन गहलोत सरकार के मंत्री बैठक में इस तरह के प्रस्ताव लाए जाने से जुड़ा बयान दे रहे हैं.
परिषद पदाधिकारियों के अनुसार सरकार और उसके मंत्रियों ने एसडीएम की इस कार्रवाई और अपनी जवाबदेही से बचने के लिए मनगढ़ंत (Vishva Hindu Parishad Alleged Gehlot Government) आरोप राजगढ़ की नगर पालिका पर लगाए. विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले में क्षेत्रीय विधायक और हिंदू मंदिरों को ध्वस्त करने का आदेश देने वाले अधिकारियों की तुरंत गिरफ्तारी कर मंत्रियों की बर्खास्तगी की मांग की है. साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि यहां तोड़े गए मंदिरों का पुनर्निर्माण नहीं होने तक विश्व हिंदू परिषद अपना आंदोलन जारी रखेगा.
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