अलवर. अलवर के गुटका कारोबारी राजन झिरिवल के अलवर, दिल्ली और जयपुर स्थित घर, फ्लैट, फैक्ट्री और ऑफिस में आयकर विभाग की रेड में कारोबारी ने 57 करोड़ 57 लाख की अघोषित (Raid on Gutka Trader in Alwar) आय होना स्वीकार की है. अब इस अघोषित आय पर विभाग के नियम अनुसार जुर्माना लगाया जाएगा.
इस पूरी कार्रवाई के दौरान कारोबारी के अलवर, जयपुर व दिल्ली स्थित 25 ठिकानों पर आयकर विभाग के 150 से ज्यादा कर्मचारी व अधिकारी जांच पड़ताल में लगे हुए थे. आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जुर्माने व टैक्स वसूली का आंकलन किया जा रहा है. 57 करोड़ 57 लाख की अघोषित आय में करीब ढाई करोड़ रुपए के जेवरात, 2 करोड़ रुपए कैश, 20 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी व रियल एस्टेट में निवेश, कैश बॉन्ड सहित अन्य चीजें मिली हैं. इनकम टैक्स ने कारोबारी के सभी बैंक के लॉकर को सील किया था. लेकिन अब उन्हें खोल दिया गया है. विभिन्न बैंकों में 8 से 10 लॉकर मिले हैं, जिनमें करोड़ों के जेवरात बरामद हुए. यह पूरी कार्रवाई डीआर सुधांशु व कमिश्नर दिनेश गुर्जर के नेतृत्व में हुई.
इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने बताया कि करोड़ों की अघोषित आय के बाद अब टैक्स वसूली व जुर्माने लगाने की प्रक्रिया होगी. इसके लिए विभाग की तरफ से हर साल की आय के अनुसार उस पर जुर्माना लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि रेड की कार्रवाई पूरी हो चुकी है. गुटखा कारोबारी के सभी बैंक खातों में लॉकरों को सील किया गया. इस दौरान परिजनों से पूछताछ की गई. कारोबारी के अकाउंटेंट के यहां भी जांच पड़ताल की प्रक्रिया चली. 3 शहरों में चली रेड की कार्रवाई के दौरान कारोबारियों में हलचल रही.
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विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रेड से करीब डेढ़ से दो माह पहले से इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कारोबारी पर नजर रख रहे थे. गुटखा के डीलरों से इनपुट मिलने के बाद जांच पड़ताल की गई व सत्यापन कराया गया. गुटके का कारोबार केस में होता है. इसलिए करोड़ों रुपए का टैक्स चोरी का मामला सामने आया. गुटका कारोबारी जितनी आय पर सरकार को इनकम टैक्स देते हैं, उतना ही कैश में गुटका बेचा जाता है. कैश में बिकने वाले गुटके का हिसाब नहीं होता और उसकी जानकारी सरकार को नहीं दी जाती है. इसलिए वो कमाई काली कमाई में शामिल होती है.