जयपुर. प्रदेश में CGST टीम ने 1300 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े का खुलासा किया है. सीजीएसटी अलवर टीम ने प्रदेश में टैक्स चोरी के सबसे बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. जहां फर्जी इनवॉइस के जरिए सरकार को अरबों रुपए का चूना लगाया जा रहा था. सीजीएसटी के संयुक्त आयुक्त कुलदीप सिंह की टीम ने मामले का खुलासा किया है. फर्जीवाड़े के मामले में सीजीएसटी ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. टैक्स चोरी के मामले में मास्टरमाइंड संजीव जैन, भास्कर जांगिड़, सुमित दत्ता और रमेश जैन को गिरफ्तार किया गया है.
छापा मारा तो उजागर हुआ फर्जीवाड़ा...
सीजीएसटी प्रधान आयुक्त सीपी गोयल के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. सीजीएसटी टीम ने दिल्ली, जयपुर और अलवर के भिवाड़ी में छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है. छापेमार कार्रवाई के दौरान 6 फर्जी फर्म का भी खुलासा हुआ है. फर्जी आयरन और स्टील की कंपनियों के जरिए फर्जीवाड़ा किया जा रहा था. मैसर्स मोहित मेटल्स, मैसर्स वीटो मर्चेटाइल्स, मैसर्स स्विसलाइन इंटरट्रेड कंपनियों के जरिए फर्जीवाड़ा किया जाना सामने आया है. सीजीएसटी की टीम ने बड़ी संख्या में फर्मो के दस्तावेज जब्त किए हैं.
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कई ठिकानों पर छानबीन जारी...
सीजीएसटी की जांच पड़ताल में सामने आया है कि करीब 210 करोड़ से भी ज्यादा के फर्जी आईटीसी क्लेम उठाकर सरकार को चूना लगाया गया है. सीजीएसटी के अधिकारी आरोपियों से भी पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं. सीजीएसटी की टीमें आरोपियों के कई ठिकानों पर छानबीन कर रही है. इसके साथ ही दस्तावेजों की भी जांच पड़ताल की जा रही है. गिरफ्त में आए आरोपियों से संबंधित अन्य फर्मों के बारे में भी जांच पड़ताल की जा रही है. मामले में सीजीएसटी जल्द ही बड़ा खुलासा कर सकती है. फिलहाल, सीजीएसटी की टीमें जांच पड़ताल में जुटी हुई है. सीजीएसटी के संयुक्त आयुक्त कुलदीप सिंह के मुताबिक, आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेजा गया है. हालांकि, आरोपियों से संबंधित फर्मों और दस्तावेजों की जांच पड़ताल जारी है. मामले में और भी बड़ा खुलासा होने की संभावना है.