जयपुर. राजस्थान में बढ़ रही गुंडागर्दी, हत्या, लूट, डकैती और महिला अपराध के मामलों को लेकर गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने पर है. जयपुर ग्रेटर नगर निगम की कार्यवाहक महापौर शील धाभाई के घर के बाहर हुए हमले की घोर निंदा करते हुए भाजपा ने कहा कि राजधानी जयपुर ग्रेटर की प्रथम नागरिक तक सुरक्षित नहीं है तो राज्य के आम आदमी की सुरक्षा की स्थिति कैसी होगी. आप अंदाजा लगा सकते हैं. मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश की कानून व्यवस्था भी क्वॉरेंटाइन हो गई है.
राजस्थान में कोई भी सुरक्षित नहीं
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि प्रदेश में आमजन, महिलाएं, बहन-बेटियां, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं है. कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है. मुख्यमंत्री और गृहमंत्री अशोक गहलोत कानून व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह विफल हैं. प्रदेश की जनता भय के माहौल में जी रही है. हालात को देखकर ऐसा लगता है कि सीएम अशोक गहलोत के साथ ही कानून व्यवस्था भी क्वॉरेंटाइन हो चुकी है.
शील धाभाई के घर के बाहर हुए हमले की घोर निंदा
पूनिया ने जयपुर ग्रेटर नगर निगम की कार्यवाहक महापौर शील धाभाई के घर के बाहर हुए हमले की घोर निंदा करते हुए कहा कि जयपुर ग्रेटर की प्रथम नागरिक तक सुरक्षित नहीं हैं तो राज्य के आम आदमी की सुरक्षा की स्थिति कैसी होगी, आप अंदाजा लगा सकते हैं.
पूनिया ने कहा कि प्रदेश के मुखिया कोरोना संक्रमण के बीच डॉक्टरों की सलाह पर 2 महीने के लिए क्वॉरेंटाइन हैं तो प्रदेश की कानून व्यवस्था भी उनके साथ ही क्वॉरेंटाइन हो गई है. आम आदमी के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी अब सुरक्षित नहीं हैं. इससे साफ हो गया कि प्रदेश की गहलोत सरकार कानून व्यवस्था संभालने में पूरी तरीके से फेल हो गई है.