जयपुर. प्रदेश में गधों और बकरों की राजनीति में भाजपा और कांग्रेस उलझकर रह गई है. कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के कांग्रेस की जनसुनवाई में पुलिस पर ही चोरी किए गए बकरे को बेचने के आरोप पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत सरकार को घेरा (Rajendra Rathore on stolen goat sold by police) है. राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में बकरा और गधा चोर गैंग को गहलोत सरकार का संरक्षण प्राप्त है. राठौड़ ने पिछले कुछ वर्षों के आंकड़े बताते हुए सरकार को गधा व बकरा चोर निवारण प्रकोष्ठ बनाए जाने का भी सुझाव दिया है.
दरअसल सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जनसुनवाई के दौरान कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने अपने बयानों के जरिए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए. उन्होंने यह तक कह दिया कि पुलिस ही चोरी किए गए बकरे को बेच रही है. अब राजेन्द्र राठौड़ ने सोलंकी के इस बयान को आधार बनाकर प्रदेश सरकार से यह मांग कर (Rathore targets CM Gehlot) डाली. राठौड़ ने यह भी कहा कि पूर्व में विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने प्रदेश में गधों और बकरों की संख्या में आ रही कमी को लेकर जो आरोप लगाया था, वो इस घटना से प्रमाणित भी हो रहा है. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान के मेवाड़ में बकरा चोर गैंग और हनुमानगढ़ में गधा चोर गैंग का आतंक अभी कम नहीं हुआ था कि अब जयपुर में पुलिस ने चोरी किए गए बकरे को बेचकर एक नया कीर्तिमान रच डाला और जनसुनवाई के दौरान यह आरोप खुद सत्तारूढ़ दल के विधायक ने ही पुलिस पर लगाया है.
आरोप के साथ दिए राठौड़ ने यह तार्किक तर्क: राठौड़ ने एक ट्वीट कर अपने आरोप और सुझाव के पीछे 20वीं पशु गणना का आधार भी रखा. राठौड़ ने लिखा कि 20वीं पशु गणना के अनुसार साल 2012 में गधों की संख्या 81 हजार 468 थी जो साल 2019 में घटकर 23 हजार 374 रह गई. यानी कि गधों की संख्या में 71.31 प्रतिशत की कमी हुई है. वहीं बकरी की संख्या साल 2012 में 21.67 मिलियन थी जो साल 2019 में घटकर 20.84 मिलियन रहे गई. यानी 3.81 प्रतिशत की कमी हुई है. गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा के पूर्व में हुए सत्र के दौरान भी राठौड़ ने प्रदेश में बकरों और गधों की कम होती संख्या का मामला उठाया था और अब उस मामले को जयपुर में चला चोरी की घटना से जोड़ दिया गया.