जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) मंगलवार दोपहर से राजस्थान के दौरे पर आने वाले हैं. इस दौरे को लेकर कांग्रेस के अंदरूनी हलकों में अभी से सरगर्मियां तेज होने लगी हैं. इसके पीछे माकन के आने के मायने और संगठन के कार्यक्रम के बहाने सियासी हालात (Political Situation) की टोह लेने की जुगत को राजनीति के पंडित खासा अहम मान रहे हैं. जाहिर है कि बुधवार को प्रदेश कांग्रेस की महिला विंग महंगाई को लेकर सड़कों पर उतरेगी और माकन इसमें शामिल होंगे, लेकिन इस बीच मुलाकातें किस तरह से होती हैं और उनको आने वाले वक्त में किस तरह से नतीजों के रूप में बदलते हुए देखा जाएगा? यह खासा अहम होने वाला है.
बीते दिनों से तेज है सियासी सरगर्मियां...
राजस्थान की कांग्रेस (Rajasthan Congress) में लगातार निकल रही खबरों से इस बात की पुष्टि तो होती है कि ऑल इज वेल वाली बात फिलहाल गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) की टीम में नहीं है. जिस तरह से डेढ़ दर्जन के करीब विधायकों ने दिल्ली जाकर खुद के क्षेत्र में पार्टी के कमजोर होने का एहसास प्रदेश प्रभारी को बीते दिनों कराया था, तो उसी तरह दातारामगढ़ से विधायक वीरेंद्र सिंह ने कमजोर संगठन को लेकर मीडिया में आकर मौजूदा कांग्रेस के नेतृत्व पर अंगुली उठाई थी. उसके बाद से ही लग रहा था कि कांग्रेस के भीतर की रस्साकशी का दौर और तेज हो जाएगा. ऐसे में माकन का आकर इस बात पर विराम लगाना भी जरूरी था कि आलाकमान का कंट्रोल संगठन पर था और आगे भी रहेगा.
पायलट खेमे की मांग मुखर...
राजस्थान में संगठन के विस्तार राजनीतिक नियुक्तियों (Political Appointment) के साथ-साथ मंत्रिमंडल के विस्तार की खबरें लगातार बीते 6 महीनों से सुर्खियों का हिस्सा रही है. एक बार फिर से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि इस महीने के अंदर ही कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है. इस बीच दिल्ली में कभी प्रियंका गांधी से, तो कभी अजय माकन से सचिन पायलट (Sachin Pilot) के मुलाकात की खबरों ने भी कांग्रेस के बीच की गहमागहमी को लगातार बरकरार रखा है.
ऐसे में सचिन पायलट का यह कहना कि आलाकमान की तरफ से बनाई गई कमेटी के जरिए असंतुष्ट गुट की मांगों पर गौर नहीं किया जाना, वादाखिलाफी साबित करता है. इसके बाद अजय माकन ने खुद मीडिया के सामने आकर ऐसी खबरों को लेकर लगाई जा रही अटकलों को विराम देकर तस्वीर साफ करने की कोशिश की थी. अब माना जा रहा है कि मंगलवार की रात जब कांग्रेस के प्रमुख नेता माकन से मुखातिब होंगे तो फिर इस सियासी संकट (Rajasthan Political Crisis) की कोई राह भी तैयार हो, इसके लिए भूमिका का निर्माण किया जाएगा. ऐसे में खबर यह भी है कि सचिन पायलट भी बुधवार सुबह दिल्ली दौरे से जयपुर पहुंच जाएंगे और अजय माकन से मुलाकात करेंगे.
बात संगठन की और मसला सियासत का...
कांग्रेस के आउटरीच कार्यक्रम और महंगाई के विरोध में 7 से 17 जुलाई तक होने वाले विरोध-प्रदर्शन के कार्यक्रमों में अजय माकन का शिरकत करने का प्रोग्राम फिलहाल दिखाया जा रहा है. पर माना यह जा रहा है कि राजस्थान में जिस तरह से जून की गर्मी के साथ सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट (Ashok Gehlot VS Sachin Pilot) के नेता और विधायकों के बीच तल्खी और बयानबाजी का दौर परवान चढ़ा था. उसके बाद से कांग्रेस आलाकमान इस बात को लेकर फिक्र मंद है कि राजस्थान की सरकार को कैसे स्थिर किया जाए और पार्टी के बीच जारी द्वंद का खात्मा जल्द से जल्द हो.
ये रहेगा माकन के दौरे का कार्यक्रम...
राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अजय माकन दो दिवसीय जयपुर दौरे पर आ रहे हैं. माकन मंगलवार दोपहर 1.25 पर जयपुर एयरपोर्ट पहुचेंगे, जहां से वो 3 बजे प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होंगे. शाम को अजय माकन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही सचिन पायलट से भी मुलाकात कर सकते हैं. इसके बाद बुधवार को सुबह 10 बजे उनका एक स्थानीय कार्यक्रम है. कहा जा रहा है कि यह स्थानीय कार्यक्रम महिला कांग्रेस का महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन होगा. इस प्रदर्शन के बाद दोपहर 1.55 पर अजय माकन दिल्ली लौट जाएंगे.
बैठक में माकन ले सकते हैं उन पदाधिकारियों की क्लास, जिन्होंने अब तक नहीं भेजे जिला अध्यक्षों के पैनल के नाम...
राजस्थान कांग्रेस की पदाधिकारियों की अजय माकन मंगलवार दोपहर 3 बजे बैठक लेंगे. इस बैठक में सभी पदाधिकारी और अग्रिम संगठन के अध्यक्ष मौजूद रहेंगे. इस बैठक में अजय माकन उन पदाधिकारियों की क्लास भी लगा सकते हैं, जिन्होंने अब तक जिला अध्यक्ष पैनल के नाम नहीं भेजे हैं. कहा जा रहा है कि अब तक 39 में 22 जिलों के जिला अध्यक्षों के पैनल ही अजय माकन के पास पहुंचे हैं, तो वहीं प्रदेश कांग्रेस की ओर से कल जिला अध्यक्षों की घोषणा का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ने का प्रस्ताव भी पास हो सकता है.
PCC की दौड़ में जिलाध्यक्ष की ताजपोशी के चर्चे...
सोमवार को जैसे ही यह तय हुआ कि अजय माकन राजस्थान आने वाले हैं, जिला अध्यक्ष बनने के लिए कांग्रेस नेताओं ने जयपुर कांग्रेस कार्यालय की दौड़ शुरू कर दी. इसी कड़ी में बूंदी जिला अध्यक्ष बनने के लिए केशोरायपाटन से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े राकेश गोयत पहुंचे. इस दौरान उनके साथ जिले के कई चेयरमैन और अन्य निर्वाचित जनप्रतिनिधि मौजूद रहे, जिन्होंने राकेश गोयल के लिए जिला अध्यक्ष पद की डिमांड की.