जयपुर. राजस्थान सरकार ने दिवाली पर पटाखों को बैन कर दिया था लेकिन बैन के बावजूद प्रदेश के प्रदूषण में ज्यादा असर देखने को नहीं मिला. अमूमन दीपावली की शाम को आतिशबाजी के बाद जयपुर शहर का एयर पॉल्यूशन इंडेक्स लेवल 250 या उससे ज्यादा रहता था. इस बार दिवाली की रात यह 200 के आसपास रहा.
दिवाली पर आतिशबाजी पर लगी रोक का असर राजधानी जयपुर की आबोहवा पर जो पड़ना चाहिए था, वह नहीं दिखा. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक रविवार रात को दीपावली के अगले दिन यानी गोवर्धन को 10:00 बजे शहर के अलग-अलग इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक AQI 200 के आसपास रहा.
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सबसे कम प्रदूषण वाला क्षेत्र शास्त्री नगर रहा. जहां एक की लेवल 171 जबकि सबसे ज्यादा लेवल 231 पुलिस आयुक्तालय एम आई रोड गवर्नमेंट हॉस्टल के आसपास रहा. आदर्श नगर राजा पार्क गोविंद मार्ग और उसके आसपास एयर क्वालिटी इंडेक्स 220 के नजदीक रहा. हालांकि, यह ऑरेंज केटेगरी में आता है. जो दिल के मरीज और कोरोनावायरस मरीजों के लिहाज से ठीक नहीं है. विशेषज्ञों की मानें तो सर्दी का प्रभाव जिस तरह बढ़ रहा है, उससे पॉल्यूशन का लेवल और बढ़ने की आशंका है.
पिछली दिवाली 250 से ज्यादा था पॉल्यूशन का लेवल
वहीं 2019 की बात करें तो 2019 की दीपावली के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स राजधानी जयपुर में अधिकांश जगह पर 250 या उससे ज्यादा रहा था. इसमें पुलिस आयुक्तालय के पास 299, आदर्श नगर राजा पार्क आदि क्षेत्रों में 225 और सबसे ज्यादा शास्त्री नगर विद्याधर नगर में 300 से ज्यादा एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया था.
राजधानी में कई बार प्रदूषण जा चुका रेड जोन में
अभी तक 2020 में पहली बार एयर क्वालिटी इंडेक्स 31 अक्टूबर को 275 था. इसके साथ ही पिंक सिटी के लिए अब आने वाले दिनों में रेड अलर्ट को लेकर भी अलर्ट हो चुका है. अगर ऐसे ही लगातार प्रदूषण बढ़ा तो राजधानी जयपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स आने वाले दिनों में 300 के पार हो जाएगा. जिसके बाद जयपुर को भी रेड कैटेगरी में शामिल कर दिया जाएगा. यह जयपुर के लिए एक बेहद चिंताजनक श्रेणी है.