जयपुर. हवाई और रेल यात्रा पर कोरोना वायरस का असर जबरदस्त तरीके से देखा जा रहा है. पिछले डेढ़ माह में हवाई यात्रियों की संख्या आधी रह गई है. जयपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट संचालन में कमी देखी जा रही है. दरअसल, यात्रियों की संख्या कम होने के चलते ही फ्लाइट रद्द होने का अनुपात बढ़ा है. वहीं ट्रेनों का संचालन बढ़ाया गया है लेकिन यात्री भार यहां भी कम है.
जयपुर एयरपोर्ट पर इन दिनों हवाई यात्रा की स्थिति बिगड़ी हुई है. आधा दर्जन फ्लाइट तो सुबह 8 बजे तक रद्द कर दी जाती है. रोजाना 8 से 9 लाइट बंद हो रही है और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कोविड-19 महामारी. कोरोना की वजह से यात्रियों में जबरदस्त खौफ फैला हुआ है. वहीं अलग-अलग राज्यों द्वारा नेगेटिव आरटी पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट की अनिवार्यता में भी परेशानी खड़ी कर दी है. इस कारण बहुत कम संख्या में यात्री यात्रा करना पसंद कर रहे हैं केवल जरूरी कार्य से ही लोग हवाई यात्रा करते हैं.
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यात्री भार की कमी के चलते एयरलाइंस फ्लाइट रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. दरअसल, मार्च माह के पहले पखवाड़े तक यात्रीभार सामान्य चल रहा था. फरवरी माह के पहले पखवाड़े में जयपुर एयरपोर्ट जाना 40 फ्लाइट का संचालन हो रहा था लेकिन कोविड-19 के खौफ के चलते एयरलाइंस कंपनियों की ओर से लगातार फ्लाइट रद्द की जा रही है. जयपुर एयरपोर्ट से अभी रोज 40 फ्लाइट ही संचालित हो रही है और यात्री भार भी घटकर 4800 रह गया है.
पिछले 7 दिनों में इतना रहा यात्री भार
- 12 अप्रैल को 33 फ्लाइट संचालित 2978 यात्री आये 1474 यात्री गए
- 13 अप्रैल को 28 फ्लाइट का संचालन 2614 यात्रियों का आगमन 1757 का प्रस्थान
- 14 अप्रैल को 27 फ्लाइट का संचालन 2927 यात्रियों का आगमन 1804 का प्रस्थान
- 15 अप्रैल को 31 फ्लाइट का संचालन 2848 यात्रियों का आगमन 1688 यात्रियों का प्रस्थान
- 16 अप्रैल को 30 फ्लाइट का संचालन 2736 यात्री आए 1772 यात्री गए
- 17 अप्रैल को 30 फ्लाइट का संचालन 3404 यात्री आहे 2033 यात्री गए
- 18 अप्रैल को 30 फ्लाइट का संचालन 3599 यात्रियों का आगमन 2189 यात्रियों को प्रस्थान
- यानी रोज औसतन 30 फ्लाइट संचालित 3015 यात्री आ रहे हैं, 1816 यात्री जा रहे हैं
हवाई यात्री भार की तरह रेलयात्री भार में भी गिरावट दिख रही है. फरवरी और मार्च माह में यात्री भार चरम पर था. मार्च माह के मध्य के बाद यात्री भार में कमी देखी जा रही है. वर्तमान में यात्री भार में और भी ज्यादा गिरावट हुई है. अब केवल वही लोग यात्रा कर रहे हैं, जो लॉकडाउन के डर के चलते अपने घर पहुंचना चाहते हैं. जयपुर से उत्तर प्रदेश बिहार पश्चिम बंगाल जाने वाली यात्री की संख्या अधिक है. वहीं महाराष्ट्र गुजरात से आने वाली यात्री की संख्या ज्यादा है.
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- पिछले साल अगस्त से सितंबर 2020 तक रोज औसतन 21626 यात्री
- जनवरी 2021 में रोज औसतन 29516 यात्रियों का आवागमन
- 39857 रहा फरवरी का रोजाना का औसत यात्री भार
- मार्च माह में रोज औसतन 40000 यात्रियों का हुआ आवागमन
- अप्रैल माह में रोज औसतन 34722 यात्रियों का आवागमन
आने वाले दिनों में कुल मिलाकर रेल और हवाई यात्रा दोनों के लिए ही हालत कठिन हो सकते हैं. आगामी दिनों में यदि कोरोना बारिश के हालात नहीं सुधरे तो फ्लाइट रद्द होने का आंकड़ा और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है. वहीं गिरते यात्री बाहर के बीच रेलवे प्रशासन को भी ट्रेनें बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.