जयपुर. राजधानी जयपुर के स्मृति वन में अभी भी पैंथर की दहशत बरकरार है, वन विभाग ने स्मृति वन में लोगों की आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगा रखा है. 4 नवंबर को स्मृति वन में पैंथर का मूवमेंट देखा गया था. आसपास में पैंथर के पग मार्ग भी मिले हैं. वन विभाग की टीम 19 दिन से लगातार पैंथर को रेस्क्यू करने का प्रयास कर रही है, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली. अब लोगों की मांग उठने लगी हैं कि जल्द स्मृति वन के गेट खोल दिए जाएं ताकि लोग यहां पर भ्रमण कर सकें.
ट्रेप कैमरे लगाए गए
वन विभाग ने पैंथर को पकड़ने के लिए स्मृति वन में पिंजरा लगा रखा है. इसके साथ ही पैंथर पर नजर रखने के लिए ट्रेप कैमरे भी लगाए गए हैं. ट्रैप कैमरों में भी पैंथर की तस्वीरें कैद हुई है, लेकिन वन विभाग पैंथर को अभी तक नहीं पकड़ पाया. वन विभाग के एक्सपर्ट्स पैंथर के पगमार्क के आधार पर पैंथर की तलाश कर रहे हैं. कुलिश स्मृति वन में पैंथर नजर तो आता है, लेकिन पिंजरे की तरफ नहीं गया। पैंथर के पगमार्क से अंदाजा लगाया जा रहा है कि पैंथर आसपास के इलाके में ही छुपा हुआ है. पैंथर के आने से इलाके के लोगो में दहशत का माहौल बना हुआ है.
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लोगों की आवाजाही बंद
पैंथर की दहशत के चलते स्मृति वन को आमजन के लिए नहीं खोला गया. लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हैं वन विभाग ने स्मृति वन में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा रखा है. कपूर चंद्र कुलिश स्मृति वन में आमजन की आवाजाही पर रोक लगाने के बाद लोगों को सुबह- सुबह घूमने के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पैंथर का सुराग लगने तक स्मृति वन में लोगों की आवाजाही बंद रहेगी, ताकि किसी भी तरह से लोगों की जान को खतरा नहीं हो. वन विभाग की टीमें लगातार पैंथर की तलाश में जुटी हुई है, वहीं वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पैंथर का रेस्क्यू होने या जंगल में चले जाने के बाद ही स्मृति वन को खोला जाएगा.
पैंथर की दहशत
बता दे की इससे पहले भी 14 सितंबर को स्मृति वन के पास ललित कला अकादमी में पैंथर को देखा गया था. जिसके बाद स्मृति वन को आमजन के लिए बंद कर दिया गया, राजधानी जयपुर का जेएलएन मार्ग सबसे व्यस्ततम मार्ग माना जाता है. इस मार्ग पर बने कुलिश स्मृति वन में हजारों की संख्या में शहरवासी घूमने के लिए आते हैं. रोज सुबह मॉर्निंग वॉक से लेकर व्यायाम के लिए लोग स्मृति वन पहुंचते हैं. पैंथर की दहशत के कारण स्मृति वन को बंद करने के बाद अब लोगों को वापस खुलने का इंतजार है। ताकि फिर से लोग मॉर्निंग वॉक और व्यायाम कर सके.
2017 में भी देखा गया था पैंथर
इससे पहले वर्ष 2017 में भी इसी तरह पैंथर को जेएलएन मार्ग पर देखा गया था. जिसके बाद काफी दिन तक आसपास के इलाके में पैंथर की दहशत बनी रही. जिसके चलते स्मृति वन में आमजन की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था और विभाग ने पैंथर को पकड़ने के प्रयास किए. काफी दिनों बाद पैंथर के जंगल में वापस जाने की संतुष्टि मिलने पर वन विभाग ने स्मृति वन को आमजन के लिए खोला था.