जयपुर. किसी विधानसभा स्पीकर के उसी के पार्टी के विधायक के साथ मुलाकात को हमेशा एक औपचारिक मुलाकात माना जाता है. लेकिन राजस्थान में जो राजनीतिक परिस्थितियां चल रही है, उनमें 23 सितम्बर को सचिन पायलट के साथ हुई स्पीकर सीपी जोशी की मुलाकात के बाद जोशी को राजस्थान की राजनीति का एक अहम किरदार माना जा रहा है.
पायलट और स्पीकर सीपी जोशी की मुलाकात के बाद से जोशी से किसी भी विधायक की मुलाकात को आम मुलाकात नहीं मानकर उसे राजनीतिक मुलाकात के तौर पर देखा जा रहा है. स्पीकर सीपी जोशी के साथ रविवार रात को हुई मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की मुलाकात को भी राजनीतिक मुलाकात के तौर पर देखा जा रहा है.
हालांकि, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास स्पीकर सीपी जोशी के पड़ोसी हैं और अक्सर उनसे मुलाकात करते रहते हैं. लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की सीपी जोशी के साथ मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
विधानसभा में बिल की नाराजगी का असर या अब सीपी जोशी कर रहे अपने कैम्प को एक्टिव
कहा जा रहा कि राजस्थान में विधानसभा सत्र के दौरान राजस्थान परिवहन (बिना टिकट यात्रा निवारण) संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. जोशी की नाराजगी पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने स्पीकर सीपी जोशी से मुलाकात कर उनकी नाराजगी दूर की होगी. लेकिन हर कोई जानता है कि परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास सीपी जोशी कैंप के नेता रहे हैं, जो 7 साल पहले स्पीकर सीपी जोशी की अनुमति से ही सचिन पायलट के साथ खड़े थे.
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लेकिन, बीते साल हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिन पायलट को छोड़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दामन थाम लिया था. अब स्पीकर सीपी जोशी के साथ मंत्री प्रताप सिंह की मुलाकात को बीते 7 साल से शांत सीपी जोशी कैंप के फिर से एक्टिव होने के तौर पर भी माना जा रहा है.
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के अलावा केवल एक स्पीकर सीपी जोशी ही ऐसे नेता हैं, जिनके साथ कई विधायक हैं. लेकिन समय के हिसाब से सीपी कैंप के विधायक गहलोत और पायलट गुट में शामिल हो गए. अब सीपी कैंप के पुराने विधायक प्रताप सिंह के साथ सीपी जोशी की मुलाकात एक बार फिर इसी ओर इशारा कर रही है कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में सीपी जोशी अहम किरदार निभाने जा रहे हैं. इसी के चलते सीपी जोशी का पुराना कैंप एक बार फिर एक्टिव हो चुका है.
क्या राहुल का कोई संदेश लेकर सीपी जोशी से मिलने पहुंचे थे सचिन
वहीं, 17 सितंबर को राहुल गांधी से लंबी मंत्रणा कर राजस्थान लौटे सचिन पायलट और स्पीकर सीपी जोशी के बीच गुरुवार देर शाम हुई मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जाने लगे. जिनमें कुछ जानकार यह भी कहते हुए दिखाई दिए कि सचिन पायलट कांग्रेस आलाकमान का कोई मैसेज लेकर सीपी जोशी के पास पहुंचे थे.
बता दें कि सीपी जोशी वर्तमान में भले ही राजस्थान विधानसभा के स्पीकर के तौर पर संवैधानिक पद पर हैं, लेकिन सीपी जोशी कांग्रेस आलाकमान के राजस्थान के सबसे नजदीकी नेताओं में से एक हैं. यही कारण था कि यूपीए सरकार में सीपी जोशी के पास रेलवे और सड़क परिवहन मंत्रालय था तो वहीं सरकार जाने के बाद सीपी जोशी को 7 राज्यों का प्रभारी बनाया गया था. ऐसे में राजस्थान में अगर कोई बड़ा सियासी घटनाक्रम होता है तो उसके लिए सीपी जोशी का साथ भी कांग्रेस आलाकमान के लिए जरूरी है.