जयपुर: मंत्रिमंडल विस्तार में सचिन पायलट कैंप (Pilot Camp) के 5 नेताओं को मंत्री पद दिया गया. अब संसदीय सचिव (Parliamentary Secretaries) बनाने में भी पायलट कैंप के नेताओं को समाहित किया जाएगा ,तो इसके साथ ही निर्दलीयों और राजेंद्र गुढ़ा के अलावा बसपा से कांग्रेस (BSP To Congress) में आए विधायकों को क्योंकि मंत्रिमंडल में मौका नहीं मिला है ऐसे में निर्दलीय और बसपा से कांग्रेस में आए विधायक संसदीय सचिव (Parliamentary Secretaries) बनाए जाएंगे .इसके साथ ही कांग्रेस (Congress) के भी गहलोत (Gehlot) के विश्वसनीय विधायकों का नंबर संसदीय सचिव बनाए जाने में लगेगा.
संसदीय सचिव (Parliamentary Secretaries) बनाने के लिए सरकार (Gehlot Government) की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. सूत्रों के मुताबिक इन राजनीतिक नियुक्तियों में (Rajasthan Political Appointments) भले ही पायलट कैंप के साथ ही निर्दलीयों (Independent) और बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को संसदीय सचिव (Parliamentary Secretaries) बनाया जाएगा लेकिन इसमें इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि जिन जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है उस जिले को प्रतिनिधित्व मिल जाए. ऐसे में पायलट कैंप (Pilot Camp) हो, गहलोत कैंप (Gehlot Camp) हो, चाहे बसपा से कांग्रेस में आए विधायक क्षेत्रीय संतुलन (Regional Balance) को देखते हुए ही संसदीय सचिव बनाए जाएंगे.
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इन बसपा से कांग्रेस में आये विधायकों को मिल सकता है मौका
बसपा से कांग्रेस में आए विधायक राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) को तो राज्य मंत्री बना दिया गया है लेकिन अब संदीप यादव,जोगेंद्र अवाना,वाजिब अली,लाखन मीना और दीपचंद खैरिया में से 3 से 4 विधायकों को सरकार बचाने का इनाम संसदीय सचिव बनाकर दिया जा सकता है. बसपा (BSP) के इन पांचों विधायकों की मुलाकात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से रविवार रात को हो भी चुकी है.
पायलट कैम्प के इन विधायकों में से होंगे संसदीय सचिव
सचिन पायलट कैंप के माने जाने वाले फर्स्ट टाइमर विधायकों (Ist Timer MLas) को भी संसदीय सचिव बनाया जाएगा. इनमें अजमेर (Ajmer) जिले से आने वाले राकेश पारीक, नागौर से मुकेश भाकर या रामनिवास गावड़िया, जयपुर से इंद्राज गुर्जर या वेद सोलंकी, सवाई माधोपुर से इंदिरा मीणा या पी आर मीना , भरतपुर से अमर सिंह जाटव, टोंक से हरीश मीणा, सीकर से वीरेंद्र चौधरी और उदयपुर से हाल ही में चुनाव जीतकर आई प्रीति शक्तावत में से कोई 3 या 4 नेता संसदीय सचिव (Parliamentary Secretaries) बन सकते हैं.
गहलोत कैम्प से संसदीय सचिव के उम्मीदवार
चेतन डूडी, मदन प्रजापत, मनीषा पंवार या मीना कंवर, दिव्या मदेरणा, महेंद्र विश्नोई, कृष्णा पुनिया, हाकम अली, जगदीश चन्द्र या अमित चाचाण,पानाचंद मेघवाल, रीटा चौधरी, अमीन कागजी या रफीक खान में से एक, रामलाल मीना या नागराज मीना में से 1, निर्मल सहरिया, सुदर्शन सिंह रावत, साफिया जुबेर में से कोई 6 या 7 संसदीय सचिव (Parliamentary Secretaries) बन सकते है.
निर्दलीय में इनके नाम आगे
रमिला खड़िया,कांति मीना,आलोक बेनीवाल,राजकुमार गौड़, लक्ष्मण मीना में से कोई 2 या 3 संसदीय सचिव बन सकते हैं.