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नगर निकाय चुनाव 2019 : लॉटरी के बाद बदले जयपुर के वार्डों के सियासी समीकरण, 60 पार्षदों को ढूंढना होगा नया ठिकाना

आगामी नगर निकाय चुनावों को लेकर लॉटरी निकाली जा रही है. जयपुर नगर निगम के तहत वार्डों की संख्या अब 90 से बढ़कर 150 हो गई है. इससे सियासी समीकरण भी बदल गए हैं. ऐसे में 90 में 60 मौजूदा पार्षदों को अब आगामी चुनाव लड़ने के लिए नया वार्ड ढूंढना होगा.

Municipal elections 2019, जयपुर में वार्डों की संख्या
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Published : Sep 24, 2019, 8:13 PM IST

जयपुर. नवंबर में होने वाले नगर निगम चुनाव को लेकर वार्डों की लॉटरी निकाली जा चुकी है. जिसके बाद कई वार्डों में सियासी गणित बदल गई है. आलम ये है कि मौजूदा 90 पार्षदों में से 60 को चुनाव लड़ने के लिए नया वार्ड तलाशना होगा. हालांकि कांग्रेस के मौजूदा पार्षद इस चुनाव में भी अपना टिकट पक्का मान रहे हैं. जबकि महापौर उपचुनाव के बाद बीजेपी के अधिकतर पार्षद शक के घेरे में है. ऐसे में बहुत से पार्षदों का टिकट कटना तय है.

लॉटरी के बाद वार्डों की बदली गणित, मौजूदा पार्षदों को ढूंढना होगा नया वार्ड

लॉटरी निकलने के बाद शहरी सरकार का हिस्सा बनने की होड़ शुरू हो गई है. सबसे ज्यादा चिंता मौजूदा पार्षदों के चेहरे पर देखी जा सकती है. 150 वार्डों की लॉटरी निकलने के बाद कुछ पार्षदों के अरमानों पर पानी फिर गया. जिन इलाकों में विकास कार्य कराए, वो सीट उन्हें छोड़नी पड़ेगी. जबकि कुछ ने पार्टी स्तर पर फैसला छोड़ दिया है.

पढ़ेंः LIVE FIRING: बदमाशों ने पहले गोली मारी फिर चाकू से किया वार...वारदात CCTV में कैद

चुनाव लड़ने के सवाल पर पार्षदों के कहना हैं कि पार्टी जहां से टिकट देगी, चुनाव लड़ लेंगे. वहीं एक तिहाई पार्षद ऐसे हैं जिनके मन मुताबिक लॉटरी निकलने के बाद उन्होंने चैन की सांस ली है. टिकट को लेकर ईटीवी भारत ने कांग्रेस और बीजेपी के कुछ पार्षदों से बात की. कांग्रेस के मौजूदा पार्षद तो अपना टिकट तय मान रहे हैं. वहीं महापौर उपचुनाव के बाद बीजेपी के अधिकतर पार्षद शक के घेरे में है. ऐसे में वो संगठन के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.

जयपुर में विधानसभावार वार्डों की संख्या

विद्याधर नगर 1 से14 1 से 23 10 वार्ड महिलाओं के लिए
झोटवाड़ा 15 से 21 24 से 35 एक वार्ड SC के लिए
सिविल लाइन 22 से 31 36 से 51 सभी सामान्य
सांगानेर 32 से 44 52 से 73 13 वार्ड महिलाओं के लिए
बगरू 45 से 51 74 से 85 SC/ST के सर्वाधिक आरक्षित वार्ड
मालवीय नगर 52 से 60 86 से 100 एससी वार्ड बढ़े
आदर्श नगर 61 से 70 101 से 116 सामान्य और OBC वार्ड बढ़े
किशनपोल 71 से 79 117 से 130 SC के लिए एक
हवामहल 80 से 90 131 से 148 सामान्य ज्यादा
आमेर 91 149 और 150 सभी सामान्य

पढ़ेंः खींवसर उप चुनाव : भाजपा व आरएलपी में से एक ही पार्टी से होगा उम्मीदवार, जल्द होगा फैसला : सतीश पूनिया

वार्डों की इस नई गणित से मौजूदा पार्षदों की गणित बिगड़ गई है. लॉटरी में कई ओबीसी कोटे की सीटें सामान्य श्रेणी में चली गई हैं. ऐसे में इन सभी सीटों पर मुकाबला बेहद रोमांचक होने वाला है. हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र इनमें प्रमुख हैं. वहीं विद्याधर नगर और सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से कई पार्षदों की सीटें जाने से, वो अपने घर से किसी महिला को प्रत्याशी बनाने के मूड में है.

जयपुर. नवंबर में होने वाले नगर निगम चुनाव को लेकर वार्डों की लॉटरी निकाली जा चुकी है. जिसके बाद कई वार्डों में सियासी गणित बदल गई है. आलम ये है कि मौजूदा 90 पार्षदों में से 60 को चुनाव लड़ने के लिए नया वार्ड तलाशना होगा. हालांकि कांग्रेस के मौजूदा पार्षद इस चुनाव में भी अपना टिकट पक्का मान रहे हैं. जबकि महापौर उपचुनाव के बाद बीजेपी के अधिकतर पार्षद शक के घेरे में है. ऐसे में बहुत से पार्षदों का टिकट कटना तय है.

लॉटरी के बाद वार्डों की बदली गणित, मौजूदा पार्षदों को ढूंढना होगा नया वार्ड

लॉटरी निकलने के बाद शहरी सरकार का हिस्सा बनने की होड़ शुरू हो गई है. सबसे ज्यादा चिंता मौजूदा पार्षदों के चेहरे पर देखी जा सकती है. 150 वार्डों की लॉटरी निकलने के बाद कुछ पार्षदों के अरमानों पर पानी फिर गया. जिन इलाकों में विकास कार्य कराए, वो सीट उन्हें छोड़नी पड़ेगी. जबकि कुछ ने पार्टी स्तर पर फैसला छोड़ दिया है.

पढ़ेंः LIVE FIRING: बदमाशों ने पहले गोली मारी फिर चाकू से किया वार...वारदात CCTV में कैद

चुनाव लड़ने के सवाल पर पार्षदों के कहना हैं कि पार्टी जहां से टिकट देगी, चुनाव लड़ लेंगे. वहीं एक तिहाई पार्षद ऐसे हैं जिनके मन मुताबिक लॉटरी निकलने के बाद उन्होंने चैन की सांस ली है. टिकट को लेकर ईटीवी भारत ने कांग्रेस और बीजेपी के कुछ पार्षदों से बात की. कांग्रेस के मौजूदा पार्षद तो अपना टिकट तय मान रहे हैं. वहीं महापौर उपचुनाव के बाद बीजेपी के अधिकतर पार्षद शक के घेरे में है. ऐसे में वो संगठन के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.

जयपुर में विधानसभावार वार्डों की संख्या

विद्याधर नगर 1 से14 1 से 23 10 वार्ड महिलाओं के लिए
झोटवाड़ा 15 से 21 24 से 35 एक वार्ड SC के लिए
सिविल लाइन 22 से 31 36 से 51 सभी सामान्य
सांगानेर 32 से 44 52 से 73 13 वार्ड महिलाओं के लिए
बगरू 45 से 51 74 से 85 SC/ST के सर्वाधिक आरक्षित वार्ड
मालवीय नगर 52 से 60 86 से 100 एससी वार्ड बढ़े
आदर्श नगर 61 से 70 101 से 116 सामान्य और OBC वार्ड बढ़े
किशनपोल 71 से 79 117 से 130 SC के लिए एक
हवामहल 80 से 90 131 से 148 सामान्य ज्यादा
आमेर 91 149 और 150 सभी सामान्य

पढ़ेंः खींवसर उप चुनाव : भाजपा व आरएलपी में से एक ही पार्टी से होगा उम्मीदवार, जल्द होगा फैसला : सतीश पूनिया

वार्डों की इस नई गणित से मौजूदा पार्षदों की गणित बिगड़ गई है. लॉटरी में कई ओबीसी कोटे की सीटें सामान्य श्रेणी में चली गई हैं. ऐसे में इन सभी सीटों पर मुकाबला बेहद रोमांचक होने वाला है. हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र इनमें प्रमुख हैं. वहीं विद्याधर नगर और सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से कई पार्षदों की सीटें जाने से, वो अपने घर से किसी महिला को प्रत्याशी बनाने के मूड में है.

Intro:नोट - पैकेज के वीडियो में ग्राफिक्स के स्थान पर वार्ड मैप दर्शाया गया है, यहां संभव हो सके तो ग्राफिक्स लगाने का कष्ट करें।

जयपुर - नवंबर में होने वाले नगर निगम चुनाव को लेकर वार्डों की लॉटरी निकाली जा चुकी है। जिसके बाद कई वार्डों में सियासी गणित बदल गई है। आलम ये है कि मौजूदा 90 पार्षदों में से 60 को चुनाव लड़ने के लिए नया वार्ड तलाशना होगा। हालांकि कांग्रेस के मौजूदा पार्षद इस चुनाव में भी अपना टिकट पक्का मान रहे हैं। जबकि महापौर उपचुनाव के बाद बीजेपी के अधिकतर पार्षद शक के घेरे में है। ऐसे में बहुत से पार्षदों का टिकट कटना तय है।


Body:लॉटरी निकलने के बाद शहरी सरकार का हिस्सा बनने की होड़ शुरू हो गई है। सबसे ज्यादा चिंता मौजूदा पार्षदों के चेहरे पर देखी जा सकती है। 150 वार्डों की लॉटरी निकलने के बाद कुछ पार्षदों के अरमानों पर पानी फिर गया। जिन इलाकों में विकास कार्य कराए, वो सीट उन्हें छोड़नी पड़ेगी। जबकि कुछ ने पार्टी स्तर पर फैसला छोड़ दिया है। चुनाव लड़ने के सवाल पर पार्षदों के कहना हैं कि पार्टी जहां से टिकट देगी, चुनाव लड़ लेंगे। वहीं एक तिहाई पार्षद ऐसे हैं जिनके मन मुताबिक लॉटरी निकलने के बाद उन्होंने चैन की सांस ली है। टिकट को लेकर ईटीवी भारत ने कांग्रेस और बीजेपी के कुछ पार्षदों से बात की। कांग्रेस के मौजूदा पार्षद तो अपना टिकट तय मान रहे हैं। वहीं महापौर उपचुनाव के बाद बीजेपी के अधिकतर पार्षद शक के घेरे में है। ऐसे में वो संगठन के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

विधानसभा पहले वार्ड अब वार्ड ये है खास
विद्याधर नगर 1 से 14 1 से 23 10 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित
झोटवाड़ा 15 से 21 24 से 35 एक वार्ड एससी बाकी सामान्य और ओबीसी के वार्ड
सिविल लाइन 22 से 31 36 से 51 सामान्य वर्ग के सर्वाधिक वार्ड
सांगानेर 32 से 44 52 से 73 मौजूदा पार्षदों के वार्ड महिलाओं के लिए हुए आरक्षित
बगरू 45 से 51 74 से 85 एसटी एससी के सर्वाधिक आरक्षित वार्ड
मालवीय नगर 52 से 60 86 से 100 पिछली बार की तुलना में एससी वार्ड बढ़े
आदर्श नगर 61 से 70 101 से 116 सामान्य और ओबीसी के वार्ड बढ़े
किशनपोल 71 से 79 117 से 130 एससी का एक बाकी सामान्य और ओबीसी के वार्ड
हवामहल 80 से 90 131 से 148 सामान्य वार्डों की संख्या ज्यादा
आमेर 91 149 और 150 दोनों ही वार्ड सामान्य


Conclusion:वार्डों की इस नई गणित से मौजूदा पार्षदों की गणित बिगड़ गई है। लॉटरी में कई ओबीसी कोटे की सीटें सामान्य श्रेणी में चली गई हैं। ऐसे में इन सभी सीटों पर मुकाबला बेहद रोमांचक होने वाला है। हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र इनमें प्रमुख हैं। वहीं विद्याधर नगर और सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से कई पार्षदों की सीटें जाने से, वो अपने घर से किसी महिला को प्रत्याशी बनाने के मूड में है।
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