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जयपुर के बाद अब वसुंधरा के गढ़ में भी ढहा...भाजपा का किला

जयपुर के नगर निगम मेयर के उपचुनाव में मात खा चुकी भाजपा को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के गृह जिले में बड़ा झटका लगा है. यहां कांग्रेस ने भाजपा के गढ़ को ढहा दिया है....

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Published : Feb 6, 2019, 3:08 PM IST

वसुंधरा राजे।

झालावाड़ . जयपुर नगर निगम मेयर के उपचुनाव और जिला प्रमुख के मामले में चित हो चुकी भाजपा को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के गढ़ झालावाड़ में भी झटका लगा है. यहां के अकलेरा पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा का बोर्ड होने के बाद भी कांग्रेस ने अपनी रणनीति से चित कर दिया. पार्टी को मिले इस झटके के बाद सियासी गलियारों में उबाल आ गया है.

जिले के अकलेरा पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कैलाश मीणा ने जीत दर्ज की है. यहां पर कुल 23 पंचायत समिति सदस्यों में से 18 भाजपा के थे. जबकि, कांग्रेस के चार और एक निर्दलीय सदस्य था. इसके बाद भी भाजपा के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी और जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा को 20 वोट मिले हैं. जबकि, भाजपा की रेशमा बाई को केवल 3 वोट मिले हैं. आपको बता दें कि भाजपा के पूर्व प्रधान बैनाथ मीणा के खिलाफ पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव परित हुआ था. जिसके बाद ये पद खाली हो गया था. इस चुनाव में बीजेपी की हार होने के बाद सियासतदार भी हैरान हैं. आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम मेयर के उपचुनाव में भी भाजपा को सर्वाधिक पार्षद होने और तमाम रणनीतियों के बाद भी हार का सामना करना पड़ा था.

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इस चुनाव में पार्टी के 18 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके चलते भाजपा चित हो गई थी. वहीं, इसके बाद जयपुर जिला प्रमुख के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भाजपा को चित होना पड़ा था. यहां कोरम पूरा नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया था. वहीं, अब झालावाड़ में भाजपा को झटका लगने के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है. दरअसल, ये वसुंधरा राजे का गृह निर्वाचन जिला है. विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने यहां की सभी सीटों पर चुनाव जीती थी.

झालावाड़ . जयपुर नगर निगम मेयर के उपचुनाव और जिला प्रमुख के मामले में चित हो चुकी भाजपा को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के गढ़ झालावाड़ में भी झटका लगा है. यहां के अकलेरा पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा का बोर्ड होने के बाद भी कांग्रेस ने अपनी रणनीति से चित कर दिया. पार्टी को मिले इस झटके के बाद सियासी गलियारों में उबाल आ गया है.

जिले के अकलेरा पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कैलाश मीणा ने जीत दर्ज की है. यहां पर कुल 23 पंचायत समिति सदस्यों में से 18 भाजपा के थे. जबकि, कांग्रेस के चार और एक निर्दलीय सदस्य था. इसके बाद भी भाजपा के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी और जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा को 20 वोट मिले हैं. जबकि, भाजपा की रेशमा बाई को केवल 3 वोट मिले हैं. आपको बता दें कि भाजपा के पूर्व प्रधान बैनाथ मीणा के खिलाफ पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव परित हुआ था. जिसके बाद ये पद खाली हो गया था. इस चुनाव में बीजेपी की हार होने के बाद सियासतदार भी हैरान हैं. आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम मेयर के उपचुनाव में भी भाजपा को सर्वाधिक पार्षद होने और तमाम रणनीतियों के बाद भी हार का सामना करना पड़ा था.

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इस चुनाव में पार्टी के 18 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके चलते भाजपा चित हो गई थी. वहीं, इसके बाद जयपुर जिला प्रमुख के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भाजपा को चित होना पड़ा था. यहां कोरम पूरा नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया था. वहीं, अब झालावाड़ में भाजपा को झटका लगने के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है. दरअसल, ये वसुंधरा राजे का गृह निर्वाचन जिला है. विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने यहां की सभी सीटों पर चुनाव जीती थी.

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जयपुर के नगर निगम मेयर के उपचुनाव में मात खा चुकी भाजपा को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के गृह जिले में बड़ा झटका लगा है. यहां कांग्रेस ने भाजपा के गढ़ को ढहा दिया है....



झालावाड़ . जयपुर नगर निगम मेयर के उपचुनाव और जिला प्रमुख के मामले में चित हो चुकी भाजपा को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के गढ़ झालावाड़ में भी झटका लगा है. यहां के अकलेरा पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा का बोर्ड होने के बाद भी कांग्रेस ने अपनी रणनीति से चित कर दिया. पार्टी को मिले इस झटके के बाद सियासी गलियारों में उबाल आ गया है.

जिले के अकलेरा पंचायत समिति में प्रधान पद के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कैलाश मीणा ने जीत दर्ज की है. यहां पर कुल 23 पंचायत समिति सदस्यों में से 18 भाजपा के थे. जबकि, कांग्रेस के चार और एक निर्दलीय सदस्य था. इसके बाद भी भाजपा के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी और जिलाध्यक्ष कैलाश मीणा को 20 वोट मिले हैं. जबकि, भाजपा की रेशमा बाई को केवल 3 वोट मिले हैं. आपको बता दें कि भाजपा के पूर्व प्रधान बैनाथ मीणा के खिलाफ पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव परित हुआ था. जिसके बाद ये पद खाली हो गया था. इस चुनाव में बीजेपी की हार होने के बाद सियासतदार भी हैरान हैं. आपको बता दें कि जयपुर नगर निगम मेयर के उपचुनाव में भी भाजपा को सर्वाधिक पार्षद होने और तमाम रणनीतियों के बाद भी हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में पार्टी के 18 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की थी. जिसके चलते भाजपा चित हो गई थी. वहीं, इसके बाद जयपुर जिला प्रमुख के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भाजपा को चित होना पड़ा था. यहां कोरम पूरा नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया था. वहीं, अब झालावाड़ में भाजपा को झटका लगने के बाद सियासी हलचल  बढ़ गई है. दरअसल, ये वसुंधरा राजे का गृह निर्वाचन जिला है. विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने यहां की सभी सीटों पर चुनाव जीती थी.


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