जयपुर. कोरोना वायरस का कहर अब आम लोगों के लिए खासी परेशानियों का सबब बनता जा रहा है. जहां पहले कोरोना वायरस का असर फ्लाइट्स पर ही बना हुआ था. वहीं, अब यह रेलवे पर भी देखने को मिल रहा है. जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के कहर के चलते 1 से 16 मार्च तक बड़ी संख्या में यात्रियों ने टिकट रद्द करवाएं हैं.
जयपुर से अलग-अलग शहरों के लिए यात्रा करने वाले यात्री बड़ी संख्या में लंबी दूरी के टिकट रद्द करवा रहे हैं. हालांकि, रेलवे ने भी ट्रेनों के एसी कोच में कंबल की सप्लाई रोक दी है. यात्री की ओर से मांगे जाने पर ही कंबल दिए जा रहे हैं. वहीं सेकंड एसी में लगे परदों को भी एक-एक कर ट्रेनों में से हटाया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद पिछले 15 दिनों में लाखों यात्रियों ने अपने रिजर्वेशन टिकट रद्द करा दिए हैं. इसकी प्रमुख वजह कोरोना वायरस मानी जा रही है. लोग कम दूरी की यात्रा ट्रेन से ही कर रहे हैं.
37 लाख से ज्यादा की टिकट हुए रद्द
रेलवे के आंकड़ों के अनुसार 1 से 16 मार्च के बीच जयपुर जंक्शन स्थित रिजर्वेशन काउंटर से कुल 37 लाख 460 रुपए के टिकट रद्द करवाए जा चुके हैं. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, कुछ दिन पहले 2.38 लाख टिकट बने और 10.47 लाख के टिकट रिफंड हुए. जो कि पिछले साल की तुलना में करीब 22 फीसदी से अधिक है. इसी प्रकार जयपुर मंडल में इस साल जनवरी में 8.58 करोड़, फरवरी में 8.24 करोड़ और 16 मार्च तक 3.5 करोड़ रुपए के टिकट रद्द हुए हैं. जो कि रेल प्रशासन के लिए एक बड़ी परेशानी भी बन गया है.
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ट्रेनों के कोच में हो रही सैनिटाइजिंग
उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर, जोधपुर, अजमेर और बीकानेर मंडलों की ट्रेनों के एसी कोच और रिजर्वेशन कोच में सैनिटाइजिंग छिड़काव किया जा रहा है. वहीं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान भी दिया जा रहा है. इसके अलावा ट्रेनों के गेट के हैंडल पर भी सैनिटाइजर से सफाई की जा रही है. लेकिन फिर भी यात्रियों में कोरोना वायरस के कहर के चलते लगातार टिकट रद्द कराने का सिलसिला जारी है.