जयपुर. राज्य सरकार ने इस बार CBSE के छात्रों को बड़ी राहत दी है. सीबीएसई और राजस्थान बोर्ड के छात्रों का रिजल्ट आने के बाद 29 तारीख से कॉलेजों में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई हो गई है. लेकिन इस बार एडमिशन के फार्मूले को चेंज कर दिया गया है. अब बीते 6 साल से एडमिशन के लिए चल रहे परसेंटाइल फॉर्मूले को हटाते हुए परसेंटेज के आधार पर छात्रों का एडमिशन होगा.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 12वीं के सभी संकायों के परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद अब राजस्थान विश्वविद्यालय के संबद्ध सभी कॉलेजों में प्रथम वर्ष में दाखिले शुरू हो गए हैं. सत्र 2020-21 के लिए विश्वविद्यालय के सभी संबद्ध कॉलेजों में बीए, बीकॉम, बीएससी, पास कोर्स/ऑनर्स, सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा, बीसीए, बीबीए में प्रवेश की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हो गई है. स्टूडेंट 14 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
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एडमिशन फॉर्मूले में चेंज
राजस्थान विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों में इस बार एडमिशन फॉर्मूले में चेंज किया गया है. पिछले 6 साल से होता ये आया था कि परसेंटाइल फॉर्मूले पर एडमिशन होता था. लेकिन इस बार एडमिशन परसेंटेज के आधार पर होंगे. इससे राजस्थान बोर्ड के छात्रों को नुकसान होगा. इस संबंध में यूनिवर्सिटी कुलपति प्रो. जेपी यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए एडमिशन पॉलिसी जारी की है.
जिसके तहत CBSE और राजस्थान बोर्ड के छात्रों को बराबरी का मौका देते हुए 12वीं कक्षा के प्राप्तांक प्रतिशत के आधार पर एडमिशन लिया जाएगा. एडमिशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सामने आएगा कि सीबीएसई और राजस्थान बोर्ड के कितने-कितने छात्रों को दाखिला मिला.
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वहीं उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी एडमिशन पॉलिसी में मूक-बधिर और दृष्टिहीन छात्रों को भी एडमिशन लेने के लिए राहत दी गई है. इसके साथ ही राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेजों के 38 स्नातकोत्तर विभागों में अध्ययनरत छात्रों को कोविड 19 पॉजिटिव पाए जाने और इलाज लेने पर बीमा योजना के तहत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. विश्वविद्यालय के नियमित छात्रों को यह लाभ वर्तमान शैक्षणिक सत्र में मिल सकता है.