जयपुर/जोधपुर. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर टिप्पणी पर बीजेपी का गुस्सा सड़कों पर दिखने को मिला. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन की भाषा उनके मानसिक विचलन और कांग्रेस का आचरण है. यह इनके चरित्र को उजागर करती है. उन्होंने सिर्फ देश की राष्ट्रपति का ही अपमान नहीं, संविधान, महिला शक्ति और जनजाति समाज का भी बड़ा अपमान किया (Adhir Ranjan Chaudhary remark on President) है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इसके लिए सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए.
प्रदेश भर में सड़कों दिखा गुस्सा: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कांग्रेस नेता अधीर रंजन की ओर से की गई टिप्पणी के खिलाफ भाजपा ने प्रदेश के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन कर अधीर रंजन के पुतले जलाए और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के खिलाफ नारेबाजी की. इसी क्रम में एसटी मोर्चा, महिला मोर्चा और युवा मोर्चा की ओर से जयपुर में भी धरना प्रदर्शन किया. इसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस नेता संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करते हैं. वे संविधान को क्या समझेंगे. अधीर रंजन की एक बार की गलती नहीं है. इन लोगों का आचरण, इनका चरित्र बताता है. अधीर रंजन की भाषा उनके मानसिक विचलन और कांग्रेस का आचरण है. यह कांग्रेस पार्टी के चरित्र को उजागर करती है.
स्तरहीन, मर्यादाहीन टिप्पणी: पूनिया ने कहा कि अधीर रंजन ने स्तरहीन, मर्यादाहीन टिप्पणी से राष्ट्रपति और सम्पूर्ण नारी शक्ति की गरिमा को ठेस पहुंचाई है. यह सिर्फ देश की राष्ट्रपति का ही नहीं बल्कि संविधान और महिला शक्ति का भी अपमान है. इस पर सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. सिर्फ अधीर रंजन के माफी मांगने से नहीं होगा. वह कांग्रेस के नेता हैं, उन्होंने इतना बड़ा अपमान देश, संविधान और जनजाति समाज का किया है, मुझे लगता है कांग्रेस पार्टी के सत्ता में कभी भी नहीं आने की आशंका से घबराकर कांग्रेस के नेता इस तरह के बयान देते हैं. कांग्रेस नेताओं की ओर इस तरीके से अमर्यादित बयान राजस्थान और हिंदुस्तान बर्दाश्त नहीं करेगा.
अनायास जुबान का फिसलने का विषय नहीं: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता ने देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन द्रौपदी मुर्मू को लेकर जो टिप्पणी की है, उससे देश का आदिवासी समाज सहित पूरा देश व्यथित है. शेखावत ने कहा कि यह कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के सहजता के साथ अनायास जुबान का फिसलने का विषय नहीं है. जिस तरह से एक आदिवासी परिवार की बेटी के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से कांग्रेस के नेताओं ने कभी उन्हें 'कठपुतली', तो कभी 'राष्ट्रपत्नी' की संज्ञा दी है. गुरुवार को जोधपुर भाजपा के सरदारपुरा कार्यालय पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए शेखावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आदिवासी महिला के बैठने को पचा नहीं पा रही है.
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दौसा से उठी चौधरी को सदन से बर्खास्त करने की मांग: दौसा में भी भाजपा महिला मोर्चा के पदाधिकारियों ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. जिलाध्यक्ष लक्ष्मी रेला कहा कि कांग्रेस के सांसद ने देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन आदिवासी महिला का अनादर कर संविधान की गरिमा को ठेस पहुंचाई है. उन्होंने चौधरी को सदन से बर्खास्त करने की मांग की. वहीं सांसद जसकौर मीना ने भी कांग्रेस सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. गौरतलब है कि चौधरी ने मुर्मू को राष्ट्रपति की जगह 'राष्ट्रपत्नी' कह दिया था. इस बारे में वे अपने चूक को स्वीकार कर चुके हैं.