जयपुर. राजधानी जयपुर में पिछले 10 वर्षों से सक्रिय विभिन्न गैंग के सरगना और उनके सदस्यों को दबोचना जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ा टास्क बन गया. पूरा करने के लिए पुलिस को पूरे 1 साल तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस ने एक योजनाबद्ध तरीके से ऑपरेशन क्लीन बोल्ड (Operation Clean Bold) चलाया.
इस अभियान के जरिए पहले 1-1 गैंग की पूरी कुंडली (Active Gangs of Miscreants) खंगाली. गैंग के वांछित सरगनाओं को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया. इसके बाद गैंग के सक्रिय सदस्यों को आईडेंटिफाई किया गया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम शुरू किया गया. पिछले 1 वर्ष में जयपुर पुलिस विभिन्न गैंग के सरगनाओं सहित 200 से अधिक बदमाशों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है.
पढ़ें-Jaipur Police Big Action : राजधानी में आतंक फैलाने वाले 130 बदमाशों को किया गया जिला बदर...
इन गैंग के बदमाशों पर कसा गया शिकंजा: एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि राजधानी जयपुर में रूपा मीणा गैंग, मनीष दीक्षित गैंग, अक्षय सैनी गैंग, मनीष सैनी गैंग, राजू पंडित गैंग, गगन पंडित गैंग, कन्हैया लाल सैनी गैंग, अक्की किलर गैंग, सोहेल गैंग और मुन्ना तलवार गैंग सहित विभिन्न गैंग सक्रिय (Active Gangs of Miscreants) थी.
गैंग के बदमाशों में परस्पर वर्चस्व की लड़ाई चलती रहती थी, जिसके चलते शहर में काफी अशांति का माहौल बना रहता और आमजन भी काफी डरे समय रहते. जिसे मद्देनजर रखते हुए सबसे पहले गैंग के सरगनाओं को दबोचा गया और फिर ऑपरेशन क्लीन बोल्ड चलाकर विभिन्न गैंग के सक्रिय सदस्यों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया. यही नहीं बाहर से आकर राजधानी जयपुर में अपने पैर पसारने का प्रयास करने वाली राजू ठेहट गैंग, लॉरेंस बिश्नोई गैंग और संपत नेहरा गैंग को भी दबोचा गया.
जमानत पर जेल से बाहर आते ही फिर दबोचेगी पुलिस: एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि तमाम गैंग के सरगना और बदमाशों पर जेल के अंदर भी पुलिस कड़ी निगरानी रख रही है. किस गैंग का कौन सा सदस्य कब जमानत पर जेल से बाहर आएगा इसकी भी जानकारी रखी जा रही है. जेल से बाहर आते ही बदमाश को अन्य वांछित प्रकरणों में गिरफ्तार कर फिर से सलाखों के पीछे भेजा ( Miscreants will not be left unattended by Jaipur Police ) जाएगा.
इस तरह की कार्रवाई करके पुलिस बदमाशों को फिर से राजधानी जयपुर में सक्रिय होने से रोक सकेगी और जयपुर की जनता को इससे थोड़ी राहत मिल सकेगी. पुलिस की गिरफ्त में आए कई शातिर बदमाश हत्या, हत्या का प्रयास, लूट व अन्य संगीन प्रकरणों में वांटेड चल रहे हैं. ऐसे बदमाश जो दूसरे राज्यों व जिलों में वांटेड है, उन्हें प्रोडक्शन वारंट पर दूसरे राज्यों व जिलों की पुलिस को भी सौंपा जाएगा.