जयपुर. जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में हुई प्रेसवार्ता में कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि 23 इंसीडेंट कमांडर्स, एसीपी और डॉक्टर की टीम बनाई गई है. यह टीम कोविड पॉजिटिव मरीज वाले क्षेत्रों का परीक्षण करेंगे. यदि एक साथ 5 या इससे अधिक कोविड पॉजिटिव मिलते हैं तो वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की कार्रवाई भी यह टीम करेगी.
कोविड पॉजिटिव आने वाले मरीजों की बीट कॉस्टेबल के माध्यम से निगरानी की जाएगी और ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा. सीएमएचओ की मेडिकल टीम होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को दवाई उनके घर तक पहुंचाएगी. नेहरा ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों को यह निर्देश दिए जा चुके हैं कि यदि उनके पास कोई कोविड पॉजिटिव मरीज आता है तो वे उसे वापस नहीं भेजेंगे, उनका इलाज करेंगे. प्राइवेट अस्पताल में 25 फीसदी बेड कोविड पॉजिटिव मरीजों के लिए रिजर्व भी रखे जाएंगे. आरयूएचएस में 1200 मरीजों की क्षमता है, उनमें से करीब 175 मरीजों का इलाज वर्तमान में वहां किया जा रहा है. नेहरा ने चेतावनी दी कि यदि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग कोविड गाइडलाइन की उल्लंघन करेंगे तो उनको बगराना स्थित क्वारेंटीन सेंटर में भेज दिया जाएगा.
नेहरा ने कहा कि जयपुर शहर को 50 भागों में बांट कर कोविड-19 के लिए लोगो को जागरूक करने का काम किया जा रहा है. इन 50 भागों के स्कूल के प्रिंसिपल व अन्य कर्मचारियों को लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने के काम में भी लगाया गया है, ताकि वैक्सीनेशन में बढ़ोतरी हो सके. 23 इंसीडेंट कमांडर, पुलिस के एसीपी और नगर निगम के आयुक्तों को मास्क को लेकर सख्ती करने के निर्देश दिए है. नई गाइडलाइन के अनुसार यदि शादी व अन्य समारोह में 100 से अधिक व्यक्ति मिलते हैं तो उस पर भी जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं, जयपुर की जनता को चेतावनी देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में लगातार कोविड पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. यदि जनता जागरूक नहीं होती है तो वह दिन दूर नहीं जब यहां भी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. जयपुर में लॉकडाउन की स्थिति नहीं बने इसके लिए सभी लोगों को कोविड-19 गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना करनी चाहिए. अंतर सिंह नेहरा ने कहा कि जयपुर जिले में 320 से अधिक सेंटर पर 45 साल से अधिक व्यक्तियों को कोविड वैक्सीनेशन लगाई जा रही है. यदि कोई एनजीओ, सामाजिक व धार्मिक संगठन कोविड वैक्सीनेशन शिविर आयोजित करना चाहता है तो वह भी कर सकता है. पार्षदों से भी अपने वार्डों में वैक्सीनेशन शिविर लगाने की पहल की गई थी और कई पार्षदों ने अपने वार्डों में वैक्सीनेशन शिविर भी लगाए हैं और इसका बहुत अच्छा रिस्पांस भी देखने को मिला है.
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वैक्सीनेशन से ही कोरोना के फैलाव को रोका जा सकता है. नेहरा ने कहा कि फिलहाल शहर में एक भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन नहीं है. कलेक्टर ने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वालों की लोकेशन के माध्यम से निगरानी नहीं की जाएगी. उनकी निगरानी बीट कांस्टेबल ही करेंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल कर्फ्यू के समय में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा. यदि ऐसी परिस्थिति आती है तो पुलिस कमिश्नर व अन्य से मशवरा कर कर्फ्यू के समय में परिवर्तन किया जा सकता है.
यदि 10:00 बजे बाद किसी के द्वारा कर्फ्यू का उल्लंघन किया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस कमिश्नर को भी गृह विभाग की ओर से निर्देश जारी किए जा चुके हैं. जिला प्रशासन के इंसीडेंट कमांडर्स भी सुबह और शाम निगरानी करेंगे.