जयपुर: वर्तमान में चल रहे त्योहारी सीजन को देखते हुए प्रदेश सरकार ने खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए बड़े स्तर पर 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान शुरू करेगा. इसके लिए जिला प्रशासन भी तैयारी में जुट गया है. प्रदेश भर में यह अभियान 26 अक्टूबर से शुरू किया जाएगा. बड़े मिलावटखोरों की सूचना देने वाले को इनाम देने का भी निर्णय किया गया है. बड़ी संख्या में खाद्य पदार्थों में मिलावट की शिकायतें भी जिला प्रशासन के पास पहुंच रही है.
'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान जयपुर शहर में जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा की निगरानी में चलेगा. जिला कलेक्टर की निगरानी में इसके लिए कमेटी का भी गठन किया गया है. कलेक्टर नेहरा ने कहा कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के लिए जिला स्तर पर दो से चार टीमों का गठन किया गया है.
पुलिस, सीएमएचओ और कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम में यदि कोई मिलावट को लेकर गोपनीय सूचना देगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अगर कोई बड़े मिलावटखोरों की सूचना देगा तो उसे 51 हजार का इनाम भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस धंधे में कई बड़े खिलाड़ी शामिल हैं, जो दुकानों पर मिलावटी खाद्य सामग्री पहुंचाते हैं. अगर ऐसे किसी बड़े मिलावटखोरों की कोई सूचना देगा तो सूचना देने वाले को इनाम भी दिया जाएगा.
कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि कमेटियों की ओर से जिले के ऐसे बड़े थोक और खुदरा विक्रेताओं को चिन्हित किया जाएगा. जहां मिलावट की अधिक संभावना है. नेहरा ने कहा कि टीम से शहर के तीन से चार जगह पर प्रतिदिन जांच करवाई जाएगी. बड़े मिलावटखोरों की सूचना मिलने पर टीम तत्परता से काम करेगी.
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उन्होंने कहा कि जयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी मिलावट खोरी का धंधा बड़े स्तर पर किया जाता है. इनमें कोटपूतली, चंदवाजी, गोविंदगढ़ और बगरू के इलाके सहित अन्य क्षेत्र शामिल हैं. बता दें कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने 2 दिन पहले भी जिला कलेक्टरों और संबधित अधिकारियों की बैठक ली थी. जिसमें 26 अक्टूबर से 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान और मिलावटखोरो पर की जाने वाली कार्रवाई को लेकर चर्चा की गई थी.