जयपुर. राजधानी में अवैध रूप से दिल्ली जाने वाली बसों पर दिल्ली परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई के बाद निजी बस संचालकों में खलबली मच गई है. वहीं बसों को बिना परमिट और बिना दिल्ली सरकार की अनुमति के बिना संचालित किया जा रहा है.
लॉकडाउन खुलने के बाद बसों का संचालन शुरू कर दिया गया. जबकि दिल्ली परिवहन विभाग की ओर से बाहरी राज्यों की बसों का प्रवेश निषेध कर रखा है. इतना ही नहीं बसों का संचालन शहर के अंदर तक किया जा रहा है. इसी के साथ विभाग के 20 से अधिक टीमों ने मिलकर राजस्थान और यूपी की बसों पर कार्रवार की है.
वहीं अन्य मार्गों के परमिट को भी निरस्त करने के लिए राजस्थान परिवहन विभाग को पत्र भेजा जा रहा है. वहीं जयपुर से चलने वाली अवैध बसों पर दिल्ली में कार्रवाई से राजस्थान परिवहन विभाग पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. यही कारण है, कि जयपुर में अवैध बसों में कार्रवाई नहीं की गई है.
जिसके बाद सुबह से शाम तक सिंधी कैंप नारायण सिंह सर्किल से बसों को दिल्ली के लिए ले जाया जा रहा है. गौरतलब है कि सालों से दिल्ली रूट पर अवैध संचालन होने से रोडवेज को नुकसान हो रहा है. वहीं रोडवेज की डीलक्स डिपो घाटे में चल रही है. कार्रवाई करने के लिए रोडवेज परिवहन विभाग को कई बार पत्र लिखा जा चुका है.
अनुमति नहीं मिलने के कारण रोडवेज है बंद…
दिल्ली सरकार की अनुमति नहीं मिलने के कारण 1 महीने से रोडवेज का संचालन सिर्फ गुड़गांव तक ही किया जा रहा है. पिछले 10 दिन पहले ही रोडवेज बसों का दिल्ली में प्रवेश की अनुमति मिली थी, लेकिन एक दिन बाद ही वापस ले ली गई. इस कारण रोडवेज को नुकसान उठाना पड़ रहा है, लेकिन पिछले महीने भर से निजी बसें दिल्ली रोड पर दौड़ रही थी. रोडवेज सूत्रों का कहना है ,कि रोडवेज बसों को अनुमति के बाद ही चलाया जाएगा और निजी बसों के अवैध संचालन होने के कारण दिल्ली में कार्रवाई की गई है.