जयपुर. राजधानी जयपुर की विश्वकर्मा थाना पुलिस ने शातिर वाहन चोर गिरोह के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने आरोपी भूपेंद्र सिंह रावणा को गिरफ्तार किया है. डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा और एडिशनल डीसीपी रामसिंह के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा के मुताबिक, वाहन चोरी के मामले में आरोपी भूपेंद्र सिंह 1 साल से फरार चल रहा था. शहर में बढ़ती हुई वाहन चोरी की वारदातों को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया. एडिशनल डीसीपी वेस्ट राम सिंह के निर्देशन में विश्वकर्मा थाना अधिकारी मांगीलाल बिश्नोई के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीम ने कड़ी मेहनत से वाहन चोरी के मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास किए.
पुलिस की टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जानकारी एकत्रित करते हुए आरोपी को पकड़ने के लिए कई जगह पर दबिश दी. पुलिस ने तकनीकी सहायता से लोकेशन के आधार पर वाहन चोरी की गैंग का खुलासा करते हुए एक सदस्य विक्रम उर्फ विक्की सैनी को गिरफ्तार किया था, जिसके कब्जे से तीन मोटरसाइकिल बरामद की गई थी. लेकिन, गैंग का मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह लगातार फरार रहने में कामयाब होता रहा. पुलिस ने कड़ी मेहनत से मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी वाहन चोरी का आदतन अपराधी है. गैंग के अन्य साथियों के साथ मिलकर दुपहिया वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं. चोरी की गई मोटरसाइकिल को सीकर, झुंझुनू, चूरू में ले जाकर बेच देते हैं. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.
अपहृत बालक को पुलिस ने किया दस्तयाब...
राजधानी जयपुर की प्रताप नगर थाना पुलिस ने अपहृत बालक को दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है. अपहृत बालक राहुल कुमार शर्मा ने झूठी कहानी बनाकर स्वयं के अपरहण का दोस्त को मैसेज किया था. डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह के मुताबिक, पीड़ित सुरेश कुमार शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि मेरा बेटा राहुल शर्मा प्रताप नगर इलाके से लापता है. जिसने अपने दोस्त हेमंत को स्वयं के अपहरण का मैसेज किया है. बालक ने मैसेज किया था कि मुझे भैरव सर्किल प्रताप नगर से उठाकर यूपी ले जा रहे हैं. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया. अपहृत बालक राहुल के मोबाइल नंबरों की सीडीआर और लोकेशन ली गई. इसके साथ ही पेटीएम अकाउंट की डिटेल और स्टेटमेंट भी प्राप्त किए गए, जिससे राहुल कुमार द्वारा अपने मोबाइल से गुड़गांव में एक मोबाइल फोन को रिचार्ज किया गया था.
पुलिस की स्पेशल टीम को मौके के लिए रवाना किया गया, जहां पर अपराध बालक राहुल कुमार एक चाट की दुकान पर मौजूद मिला. जिसे थाने पर लाया गया. राहुल कुमार ने बताया कि पैसे कमाने के लिए गुड़गांव चला गया था. दोस्त को भी झूठा मैसेज किया था. पुलिस ने बालक को दस्तयाब कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. कार्रवाई में प्रताप नगर थाना अधिकारी श्रीमोहन और कांस्टेबल बाबूलाल की सराहनीय भूमिका रही है.