जयपुर/जोधपुर. राजस्थान एसीबी ने आज एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम में 5 लाख रुपए की घूस लेते हुए मैनेजर राहुल और को-ऑर्डिनेटर सांगवान सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया है.
इसके साथ ही प्रकरण में कार्रवाई करते हुए 2 आईएएस अधिकारियों के मोबाइल फोन सीज किए गए हैं. जिसमें प्रदीप गवंडे और नीरज के. पवन के मोबाइल सीज किए गए हैं. बताया जा रहा है कि कौशल विकास की ट्रेनिंग कोर्स में भ्रष्टाचार फैलाया जा रहा था. जिसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय को प्राप्त हुई थी. इस पर एसीबी ने आरएसएलडीसी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर सर्विलांस रखना शुरू किया था.
एसीबी की टीम को यह लीड मिली थी कि शनिवार को झालाना स्थित आरएसएलडीसी कार्यालय में मैनेजर राहुल गर्ग और को-ऑर्डिनेटर सांगवान 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेने वाले हैं. टेक्निकल इनपुट के आधार पर एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए रिश्वत राशि लेते हुए मैनेजर राहुल गर्ग और कोर्डिनेटर सांगवान को हिरासत में ले लिया. साथ ही दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है.
इस पूरी कार्रवाई को एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के सुपविज़न में अंजाम दिया गया है. इस पूरे प्रकरण में कार्रवाई करते हुए आरएसएलडीसी में पदस्थापित 2 आईएएस अधिकारी प्रदीप गवंडे और नीरज के पवन के मोबाइल फोन एसीबी टीम ने सीज किए हैं. आईएएस अधिकारियों के सीज किए गए मोबाइल फोन की एफएसएल जांच करवाई जाएगी. प्रकरण में कार्रवाई करते हुए नीरज के पवन सहित 7 अधिकारियों व कर्मचारियों के कमरे भी सील किए गए हैं.
बिल पास करने, ब्लैक लिस्ट में से नाम हटाने के नाम पर मांगी रिश्वत
एसीबी से प्राप्त जानकारी के अनुसार एसीबी की जयपुर इकाई को परिवादी ने यह शिकायत दी थी कि उसकी फर्म ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना में अनेक काम किए हैं. उन कामों के 1.50 करोड रुपए के बिल पेंडिंग पड़े हैं. परिवादी के बिल पास करने, फर्म को ब्लैक लिस्ट से हटाने, एक्सटेंशन एवं बैंक गारंटी जप्त नहीं करने की एवज में आरएसएलडीसी के स्कीम कोर्डिनेटर अशोक सांगवान और आरएसएलडीसी के प्रबंधक राहुल कुमार गर्ग ने 6 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की. परिवादी की शिकायत का सत्यापन करने के बाद आज एसीबी टीम ने कार्रवाई को अंजाम देते हुए आरएसएलडीसी के स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान और प्रबंधक राहुल कुमार गर्ग को 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
एसीबी की टीम कर रही 5 स्थानों पर सर्च
आरएसएलडीसी में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देने के बाद एसीबी की विभिन्न टीमें आरोपियों के 5 अलग-अलग ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई को अंजाम दे रही हैं. वहीं इस पूरे प्रकरण में आरएसएलडीसी के चेयरमैन नीरज के पवन और मुख्य प्रबंधक प्रदीप कुमार गवंड़े की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. जिसके चलते दोनों आईएएस अधिकारियों के मोबाइल फोन सीज किए गए हैं.
पहले भी एसीबी के हत्थे चढ़ चुके हैं आईएएस नीरज के. पवन
राजस्थान एसीबी के भ्रष्टाचार के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई में आईएएस नीरज के पवन का नाम पहली बार नहीं आया है. इससे पहले भी दो बार उनका नाम भ्रष्टाचार से जुड़े प्रकरणों के साथ जुड़ चुका है. जिसमें बहुचर्चित एनआरएचएम घोटाला प्रकरण में वर्ष 2016 में आईएएस नीरज के. पवन को परिवादी का एक टेंडर पास करने की एवज में डेढ़ करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उक्त प्रकरण में नीरज के पवन को 8 महीने जेल में बिताने पड़े थे.
वहीं अभी 3 महीने पहले एक बार फिर आईएएस नीरज के. पवन का नाम भ्रष्टाचार के एक मामले में काफी उछला. जहां अजमेर के एक कॉलेज संचालक ने नीरज के. पवन सहित पांच अफसरों के खिलाफ 2 करोड़ रुपए की घूस मांगने के आरोप लगाए. आज फिर से आरएसएलडीसी में 5 लाख रुपए की रिश्वत प्रकरण में नीरज के. पवन की भूमिका संदिग्ध पाई गई है.
जोधपुर एसीबी ने किए नीरज के. पवन के दो मोबाइल जब्त, जयपुर भेजे
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से जयपुर में RSLDC मैं 5 लाख की रिश्वत लेते हुए मैनेजर और कॉर्डिनेटर को गिरफ्तार करने के बाद संस्थान के सभी अधिकारी संदेह के घेरे में आए हुए हैं. राजस्थान राज्य कौशल विकास निगम के चेयरमैन आईएएस नीरज के पवन शनिवार को जोधपुर में थे. जयपुर में हुई कार्रवाई के बाद जोधपुर एसीबी ने नीरज के पवन के दो मोबाइल उनसे लेकर जयपुर भेजे हैं.
एसीबी सूत्रों ने बताया कि दोनों मोबाइल एप्पल कंपनी के हैं. जिनके पासवर्ड देने से नीरज के पवन ने इंकार कर दिया. एसीबी के कर्मचारी मोबाइल लेकर जयपुर निकल चुके हैं. बताया जा रहा है कि शनिवार शाम को नीरज के पवन जोधपुर-पाली रोड पर स्थित एक संस्थान के पास थे. उस समय एसीबी की टीम ने उनसे संपर्क कर रुकवाया और उनसे दोनों मोबाइल जब्त किए.
जयपुर एसीबी की कार्रवाई के बाद जयपुर में राजस्थान राज्य कौशल विकास निगम के कार्यालय में भी नीरज के पवन सहित अन्य अधिकारियों के कक्ष सील किए गए हैं. ऐसे में जयपुर के निर्देश पर जोधपुर एसीबी ने निगम के चेयरमैन के दोनों मोबाइल जब्त कर जयपुर भेज दिए.